ग्रीनफील्ड होटल निवेश में तेज उछाल, महामारी के पहले के स्तर को छुआ

नई दिल्ली, 23 सितंबर . ग्रीनफील्ड होटल निवेश 2024 की पहली छमाही में बढ़कर महामारी के पहले के स्तर पर पहुंच गया है. इसकी वजह होटल चेन का टियर 2,3 और 4 शहरों में तेजी से विस्तार करना है. एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.

एचवीएस एनारॉक की रिपोर्ट में बताया गया कि 2023 में ग्रीनफील्ड डेवलपमेंट कुल होटल निवेश का 48 प्रतिशत था और 2024 की पहली छमाही में यह बढ़कर 53 प्रतिशत हो गया है. यह 2019 के महामारी के स्तर से अधिक है. ग्रीनफील्ड होटल डेवलपमेंट के तहत खाली जमीन पर नई होटल बिल्डिंग बनाई जाती है.

वहीं, ब्राउनफील्ड प्रोजेक्ट्स में मौजूदा प्रॉपर्टी का विस्तार किया जाता है. एचवीएस एनारॉक के अध्यक्ष और सीईओ मनदीप एस.लांबा ने कहा, “ब्राउनफील्ड डेवलपमेंट महामारी के बाद निवेशकों की पहली पसंद बन गई थी. इसकी वजह आर्थिक अस्थिरता के कारण कम जोखिम, जल्दी से प्रोजेक्ट पूरा होना था, लेकिन अब निवेशकों का फोकस ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट्स पर है.”

उन्होंने आगे कहा कि ग्रीन फील्ड होटल चेन में निवेश बढ़ने की वजह टियर 2, 3 और 4 शहरों में होटलों का तेजी से विस्तार होना है. इससे पहले जेएलएल की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया था कि 2024 की पहली छमाही में छह होटल डील पूरी हुई हैं. इसमें टियर 1 में ऑपरेशनल एसेट्स और ग्रीनफील्ड डेवलपमेंट के एक जमीन की लीज शामिल थी.

जेएलएल इंडिया के होटल और हॉस्पिटैलिटी के मैनेजिंग डायरेक्टर जयदीप डंग ने कहा, “ऑपरेशनल संपत्तियों और जमीनों की बिक्री में निवेशकों का बढ़ता हुआ रुझान निवेश परिदृश्य के आकर्षण को दर्शाती है. यह बढ़ते हुए कमर्शियल मार्केट, बढ़ती एयर कनेक्टिविटी और अच्छी व्यापक आर्थिक स्थिति को दिखाती है.”

एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया था कि इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार के चलते इस साल की पहली छमाही में उच्च स्तर और प्रीमियम सेगमेंट में 2,706 नए कमरे जोड़े गए थे. इनमें से 994 कमरे (37 प्रतिशत) उच्च स्तर के जबकि शेष (63 प्रतिशत) में प्रीमियम सेगमेंट के थे.

एबीएस/केआर