पार्टी कमजोर उम्मीदवार उतारेगी तो नुकसान उठाना पड़ेगा : शारदा राठौर

फरीदाबाद, 13 सितंबर . हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बल्लभगढ़ विधानसभा से पूर्व विधायक शारदा राठौर ने 12 सितंबर को निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया.

शारदा इस विधानसभा सीट से कांग्रेस की पूर्व विधायक रह चुकी हैं. लेकिन, इस बार कांग्रेस ने उन्हें विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं दिया. कांग्रेस ने शारदा की जगह पराग शर्मा को टिकट दिया है.

जिसे लेकर शारदा राठौर को काफी दुख पहुंचा है. उन्होंने कांग्रेस के लिए हरियाणा में काफी समय तक काम किया है.

पूर्व विधायक शारदा राठौर ने शुक्रवार को से बातचीत के दौरान ने कहा, “कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने की तकलीफ है. लेकिन, मुझे अपने प्रदेश के नेताओं से कोई नाराजगी नहीं है. उन्होंने आखिर तक मेरे लिए लड़ाई लड़ी. मेरी किसी पार्टी, किसी नेता से लड़ाई नहीं है, क्योंकि अब मैं निर्दलीय तौर पर मैदान में हूं और मेरी लड़ाई अब खुद के इंसाफ से है. कांग्रेस ने बल्लभगढ़ विधानसभा सीट के लिए पैराशूट उम्मीदवार को मैदान में उतारा है.”

शारदा राठौर ने कहा कि हमने विधानसभा में कड़ी मेहनत की है. हम पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ेंगे और हमारा मुकाबला, मौजूदा विधायक व मंत्री मूलचंद शर्मा से है.

कार्यकर्ताओं के जोश और भरोसे के दम पर मैं निर्दलीय तौर पर चुनाव लड़ रही हूं. विधानसभा में लोगों का भरपूर समर्थन भी मिल रहा है. हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवारों पर उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस हो या फिर कोई दूसरी पार्टी, अगर कमजोर उम्मीदवार मैदान में उतारते हैं तो चुनाव परिणाम के दौरान नुकसान उठाना तो पड़ेगा.

बता दें कि हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर 5 अक्टूबर को मतदान होना है और 8 अक्टूबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे. हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों पर भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं.

डीकेएम/एफजेड