नई दिल्ली, 21 जुलाई . महाराष्ट्र के पुणे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शरद पवार को ‘भ्रष्टाचार का सरगना’ बताया है. इसको लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है.
एनसीपी शरद पवार गुट की राष्ट्रीय प्रवक्ता सीमा मलिक ने कहा कि शरद पवार को लोग भारतीय राजनीति का पितामह मानते हैं. शरद पवार का खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मान करते हैं. बहुत दुख का विषय है कि गुरु पूर्णिमा के दिन अमित शाह ने शरद पवार पर इस तरह का आरोप लगाया है. जितने देश के दूसरे पार्टी में करप्ट लीडर हैं, उनको भाजपा अपनी पार्टी में शामिल कराकर क्लीन चीट दे देती है. भाजपा आज के समय में वाशिंग मशीन बन चुकी है. कोई भी भ्रष्ट नेता उनकी पार्टी में आ जाता है तो वह दूध का धुला हो जाता है. अमित शाह का बयान दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है.
वहीं, एनसीपी नेता फौजिया खान ने कहा कि अमित शाह ने शरद पवार को लेकर गैर जिम्मेदाराना बयान दिया है. ऐसा बयान उन्हें शोभा नहीं देता. लोकसभा चुनाव के नतीजों ने साफ कर दिया है कि जनता किसके साथ है. अमित शाह जैसे सीनियर लीडर इस देश के गृहमंत्री हैं, उनसे इस तरह की बात की अपेक्षा नहीं की जाती, क्योंकि वह सीनियर होने के साथ-साथ समझदार नेता हैं. वह इस तरह की बात करके महाराष्ट्र की स्वाभिमानी जनता के मन में एक तरह की आग जला रहे हैं, जो उन पर भारी पड़ सकता है. महाराष्ट्र की स्वाभिमानी जनता कभी भी इस तरह की भाषा सहन नहीं कर सकती.
उन्होंने कहा कि शरद पवार महाराष्ट्र की आत्मा और एक विचार हैं. शरद पवार बाबा अंबेडकर, शिवाजी के विचारों को लेकर जीने वाले राजनेता हैं. यह अमित शाह की भाषा नहीं है, हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के नतीजे की भाषा है. लोकसभा के नतीजे भाजपा के लिए बड़े सबक के तौर पर है.
महाराष्ट्र की जनता बड़ी समझदार है. वो अपने विवेक के आधार पर मानस बनाती है. देश के अंदर कैसा भ्रष्टाचार चल रहा है. इतना लो क्वालिटी इंफ्रास्ट्रक्चर है. एयरपोर्ट की छत गिर जाती है. पुल टूट जाते हैं. रोड में क्रैकर्स आ रहे हैं. परीक्षाओं में स्कैम हो रहे हैं. सब चीजों के लिए आप आंख बंद कर लेंगे और दूसरों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाएंगे, यह बहुत हास्यास्पद और निंदनीय बयान है.
दरअसल पुणे में भाजपा अधिवेशन को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि अगर भारतीय राजनीति में भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा ‘सरगना’ कोई है, तो वह शरद पवार हैं. इस बारे में मेरे मन में कोई भ्रम नहीं है. मैं खुले तौर पर कह रहा हूं कि पवार ने देश में भ्रष्टाचार को संस्थागत बना दिया. जब वह सत्ता में थे तो उन्होंने देश और महाराष्ट्र के कल्याण के लिए कुछ नहीं किया. ऐसे लोगों की महाराष्ट्र की जनता आगामी विधानसभा चुनाव में सबक सिखाएगी और भाजपा नीत गठबंधन महाराष्ट्र में भारी जीत हासिल करेगी.
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एकेएस/