Mumbai , 22 अगस्त . देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व Chief Minister पृथ्वीराज चव्हाण के संबंध में मतदाता सूची को लेकर छिड़े विवाद पर प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था, “पृथ्वीराज चव्हाण के संबंध में विधायक अतुल भोसले ने हमारे सामने सबूत पेश किए हैं, जो बेहद गंभीर हैं. इससे पता चलता है कि राहुल गांधी ने वोट चोरी का ठेका लिया है. इससे यह पता चलता है कि असली वोट चोर कौन है?” इस पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के प्रमुख शरद पवार ने व्यंग्यात्मक जवाब दिया है.
सीएम फडणवीस के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए शरद पवार ने कहा, “ठीक है, हम इन आरोपों को देखेंगे, लेकिन 15 बार, 150 बार और 1800 बार में फर्क होता है.”
इस मुद्दे पर एनसीपी (एसपी) के वरिष्ठ नेता जयंत पाटील ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, “इसका मतलब यह निकला कि देवेंद्र फडणवीस ने अप्रत्यक्ष रूप से स्वीकार कर लिया है कि विधानसभा चुनावों में वोट की चोरी हुई थी. इसलिए मैं उनसे आग्रह करता हूं कि वे हमारे वोट चोरी विरोधी अभियान में शामिल हो जाएं.”
जयंत पाटील के इस बयान को विपक्ष की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें भाजपा पर लगातार चुनावों में धांधली और प्रशासनिक मशीनरी के दुरुपयोग के आरोप लगाए जा रहे हैं.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शरद पवार ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस ने मुझे फोन किया और कहा कि Maharashtra की धरती से हमारे Governor ने उपPresident चुनाव के लिए नामांकन किया है. फडणवीस ने मुझसे अनुरोध किया है कि मैं उन्हें वोट दूं क्योंकि वह Maharashtra का गौरव हैं, इसलिए आपको इस बारे में सोचना होगा.
शरद पवार और उनकी पार्टी पहले से ही भाजपा और चुनाव आयोग पर निष्पक्षता को लेकर सवाल उठाते रहे हैं.
जहां फडणवीस के आरोपों ने विपक्ष को घेरने की कोशिश की, वहीं शरद पवार ने आंकड़ों के जरिए कटाक्ष कर सियासी पारा चढ़ा दिया है.
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वीकेयू/डीएससी