पुणे, 21 अक्टूबर . पुणे के Saturdayवाड़ा में मुस्लिम महिलाओं द्वारा नमाज पढ़े जाने का एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने समर्थन किया है. वारिस पठान ने कहा कि भाजपा का काम ही है नफरत फैलाना है. आईएमआईएम नेता ने कहा कि उन महिलाओं ने अगर नमाज अदा की तो कौन सा पहाड़ टूट पड़ा. हमारा संविधान हर एक व्यक्ति को उसका धर्म फॉलो करने का अधिकार देता है.
उन्होंने कहा कि आर्टिकल 25 में इसका प्रावधान है. हमारे हिंदू भाई-बहन भी तो एयरपोर्ट पर गरबा करते हैं. सबको अपना त्योहार मनाने का अधिकार है. इनके (भाजपा नेताओं) दिमाग का शुद्धिकरण होना चाहिए, क्योंकि इनके दिमाग में सिर्फ नफरत भरी है.
नितेश राणे के हाजी अली में हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ने के बयान पर वारिस पठान ने कहा कि वह मीडिया में बने रहने के लिए हर दिन इस प्रकार के बयान देते हैं. उनका बस एक ही काम है मुसलमानों को रात दिन गाली देना. इस काम के लिए राज्य Government ने उन्हें मंत्री बनाकर पुरस्कार भी दिया है.
बिहार चुनाव पर एआईएमआईएम नेता ने कहा कि हमने बिहार में 25 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है. बिहार को एआईएमआईएम नेता के रूप में एक नया विकल्प मिल गया है. हमने तो महागठबंधन से सिर्फ 6 सीटें मांगी थीं, लेकिन उनके कान में जूं तक नहीं रेंगी.
इससे पहले एआईएमआईएम के Maharashtra अध्यक्ष और सांसद इम्तियाज जलील ने Saturdayवाड़ा विवाद को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पुणे में भाजपा के एक बड़े नेता पर 300 करोड़ रुपए के घोटाले का मामला चल रहा है और इस विवाद से ध्यान भटकाने के लिए नमाज का मुद्दा खड़ा किया गया है.
जलील ने आरोप लगाया कि पुणे की राज्यसभा सदस्य मेधा कुलकर्णी ने इस विवाद को जानबूझकर हवा दी है. उन्होंने कहा कि Saturdayवाड़ा में मौजूद दरगाह बहुत पुरानी है और 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग भी इसकी ऐतिहासिक मौजूदगी की पुष्टि करते हैं.
सांसद इम्तियाज जलील ने यह भी कहा कि समाज को उन महिलाओं से सीख लेनी चाहिए जिन्होंने दो मिनट नमाज अदा की. “अगर बुर्का पहनी महिलाओं ने दो मिनट नमाज पढ़ ली, तो इसमें क्या गुनाह है?” उन्होंने Police पर आरोप लगाया कि उसने दबाव में आकर इन महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
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एमएस/वीसी