शमी का इंग्लैंड दौरे पर जाना हुआ मुश्किल

नई दिल्ली, 23 मई . भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का 20 जून से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए इंग्लैंड जाना मुश्किल लग रहा है. ईएसपीएन क्रिकइंफो को मिली जानकारी के अनुसार शमी आईपीएल में गेंदबाजी करने के लिए फिट हैं, लेकिन उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजी के लिए जरूरी वर्कलोड अभी तक हासिल नहीं किया है.

पिछले साल हुई टखने की सर्जरी से सफलतापूर्वक उबरने के बावजूद, शमी को दाहिने घुटने में दर्द महसूस होने लगा था, जिसके लिए वह लगातार इलाज करवा रहे हैं. हालांकि घुटने की समस्या ने उन्हें पूरी तरह से गेंदबाजी करने से नहीं रोका है, लेकिन इसने शमी की लंबी अवधि तक गेंदबाजी करने की योजना को बाधित किया है, जो टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजी का एक जरूरी हिस्सा है.

नतीजतन, राष्ट्रीय चयनकर्ता इस बात को लेकर चिंतित हैं कि इंग्लैंड में होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए इस स्ट्राइक गेंदबाज को चुना जाए या नहीं. समझा जाता है कि बीसीसीआई मेडिकल स्टाफ का एक सदस्य इस हफ्ते लखनऊ गया था ताकि शमी का आकलन किया जा सके, जो इस समय सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) के साथ आईपीएल खेल रहे हैं. हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि चयनकर्ताओं ने इस मामले में कोई महत्वपूर्ण फैसला लिया है या नहीं, लेकिन ऐसा लगता है कि वे सावधानी बरतते हुए उन्हें भारतीय टीम में शामिल नहीं करेंगे, जब तक कि मेडिकल स्टाफ द्वारा कोई अनुकूल रिपोर्ट न दी जाए.

संयोगवश, 34 वर्षीय शमी ने अपना आखिरी टेस्ट इंग्लैंड में ही खेला था. 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डब्ल्यूटीसी फाइनल में वह टीम का हिस्सा थे. यह शमी के लिए निश्चित रूप से एक झटका होगा, जिन्होंने भारत को वैश्विक आयोजनों और कई सीरीज में सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई है. 2023 विश्व कप में वह टूर्नामेंट के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे, जहां भारत उपविजेता रहा था. उन्होंने 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान सफलतापूर्वक अंतर्राष्ट्रीय वापसी की थी. उन्होंने टूर्नामेंट को संयुक्त रूप से दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में फिनिश किया था और भारत को खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी.

14 महीने के चोट के बाद (2023 विश्व कप से जनवरी तक), शमी ने इंग्लैंड के खिलाफ घर में हुई सीमित ओवरों की सीरीज के दौरान भारत के लिए वापसी की थी. शमी ने टखने की सर्जरी से उबरने के दौरान कहा था कि उन्हें ऐसा महसूस हुआ जैसे “एक बच्चा चलना सीख रहा हो” और उन्हें डर था कि उनका करियर अचानक खत्म हो सकता है. मैच फिटनेस बनाने और साबित करने के लिए शमी ने रणजी ट्रॉफी सहित घरेलू टूर्नामेंटों में बंगाल के लिए खेला. हालांकि, घुटने की समस्या बनी हुई है, जो शमी के लिए एक परेशानी का सबब है. काफ़ी समय तक शमी ने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ मिलकर भारत को विदेशी धरती पर एक सक्षम टेस्ट टीम बनाने में अहम भूमिका निभाई है.

शमी की अनुपस्थिति में भी, चयनकर्ताओं के पास (जो शनिवार को भारतीय टीम का चयन करेंगे) तेज गेंदबाजों का एक पूल है, उसमें कई विकल्प मौजूद हैं. उस सूची में प्रसिद्ध कृष्णा, आकाशदीप, अर्शदीप सिंह, मुकेश कुमार, यश दयाल, अंशुल काम्बोज, खलील अहमद और हर्षित राणा शामिल हैं.

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