समस्तीपुर, 14 जून . राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. इस वीडियो को लेकर भाजपा पूर्व सीएम से माफी मांगने की मांग कर रही है तो वहीं एनडीए में शामिल अन्य दलों ने भी इसे भीमराव अंबेडकर का अपमान बताया है. अब इस कड़ी में लोजपा (रामविलास) सांसद शांभवी चौधरी ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि हम शुरू से कह रहे हैं कि राजद दलितों, महादलितों को भ्रमित करने का काम कर रही है.
लोजपा (रामविलास) सांसद शांभवी चौधरी ने शनिवार को समाचार एजेंसी से बातचीत की. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव हमेशा ऐसा रवैया रखते हैं, जिससे दलितों के मान-सम्मान को ठेस पहुंचती है. हम सभी ने ऐसे वीडियो देखे हैं, जिसमें लालू यादव के जन्मदिन पर डॉ. अंबेडकर की तस्वीरें उनके चरणों में रखी गई थीं, जो कि अपमान का विषय है. दलित और महादलित समुदाय डॉ. अंबेडकर को अपने भगवान के रूप में पूजते हैं, उनके समर्पण और संघर्ष ने उन्हें ताकत और आवाज दी है. इस तरह की हरकतें उनकी भावनाओं का अपमान करती हैं और दलित और महादलित परिवारों को ठेस पहुंचाती हैं.
लोजपा सांसद ने कहा कि यह ऐसा पल है, जब बिहार के लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. राजद अगर दलित का सम्मान करती है तो अंबेडकर जी की फोटो को लालू प्रसाद यादव के पैर के पास कैसे रख सकती है. सवाल यह भी है कि जब राजद के कार्यकर्ता अंबेडकर की फोटो पूर्व सीएम के पास रख रहे थे तो वह असहज भी नहीं हुए, बल्कि वो तो बहुत खुश नजर आए.
लोजपा सांसद ने मांग की है कि इस पर कार्रवाई होनी चाहिए. राजद हमेशा दलितों और महादलितों के हक की बात करते हुए उनका वोट तो लेती है. लेकिन, इनका एजेंडा साफ है कि वो बस वोट के लिए दलितों की बात करती है. लालू प्रसाद यादव तो दलितों के मसीहा का अपमान करने से भी गुरेज नहीं करते हैं. वो अंबेडकर की फोटो को किस तरह से सम्मान देते हैं, वह बिहार के लोगों ने देखा है.
–
डीकेएम/एबीएम