पीएम मोदी का रोड शो सिर्फ प्रचार के लिए : शक्ति सिंह यादव

पटना, 29 मई . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे और पटना में उनके भव्य रोड शो को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने इस दौरे को केवल राजनीतिक दिखावा करार दिया. उन्होंने प्रधानमंत्री के इस दौरे को बिहार के लिए निरर्थक बताया और कहा कि यह प्रचार के लिए ठीक है, प्रधानमंत्री के चाहने वालों के लिए भी ठीक है, लेकिन बिहार के हित में नहीं है.

समाचार एजेंसी से खास बातचीत में शक्ति सिंह यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार से जितने वादे किए थे, आज तक एक भी पूरा नहीं हुआ. एक दिन और रुकेंगे, रात में लिट्टी-चोखा खा लेंगे और कह देंगे कि 365 दिन बिहारी व्यंजन का आइटम मेरे खाने में रहता है. पर क्या बिहार को इससे कुछ मिलेगा?

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार के बंटवारे के बाद 1.89 लाख करोड़ रुपए का पैकेज तय किया गया था, जो आज तक पूरा नहीं हुआ. पटना यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा देने की मांग भी अधूरी है, जबकि इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद गिड़गिड़ा रहे थे.

भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर जुबानी हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा न तो राष्ट्रवाद में कोई आस्था है, न अखंडता में. यह ‘नागपुरी विचारधारा’ वाले लोग हैं, संघी मिजाज और भगवाधारी मानसिकता वाले. इन्हें न बिहार से कोई मतलब है, न बिहार की जनता की भावनाओं से.

प्रधानमंत्री के हालिया भाषणों और बयानों पर यादव ने कहा, “सिंदूर की राजनीति मत करो. अगर तुम सिंदूर का राजनीतिकरण करोगे, तो सुहागन की भावनाओं से खेलने का प्रकोप झेलना पड़ेगा. देश की जनता की आस्था सेना, सुरक्षा और पराक्रम में है, न कि किसी सिंदूरी नारे में.”

उन्होंने पटना के जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तार और उद्घाटन कार्यक्रमों पर भी तंज कसते हुए कहा कि अगर कोई कार्य हो रहा है, तो वह सतत प्रक्रिया का हिस्सा है. इसमें उद्घाटन और शिलान्यास की राजनीति क्यों? बिहार को असली विकास कब मिलेगा?

आरजेडी प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेहत और कार्यशैली पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मानसिक रूप से अचेत हो चुके हैं. आज बिहार में भाजपा परोक्ष रूप से शासन चला रही है. अधिकारियों को अपने नियंत्रण में ले चुकी है. नीतीश कुमार के चारों ओर कुएं खोदे जा चुके हैं, अब उन्हें उसी में डालने की तैयारी है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि अब नीतीश जी खुद गा रहे होंगे, ‘जिंदगी की तलाश में हम मौत के कितने पास आ गए’. यह वही कुमार हैं जो अब कुर्सी के इर्द-गिर्द ही घूमते हैं, दिशा और नेतृत्व की स्पष्टता बिल्कुल खत्म हो चुकी है.

पीएसके/एकेजे