Maharashtra, 19 जुलाई . शिवसेना नेता शाइना एनसी ने ‘जन सुरक्षा बिल’ का विरोध कर रहे विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने इस बिल के फायदे बताकर शिवसेना (यूबीटी) से कई तीखे सवाल भी किए.
उन्होंने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि इस बिल से उग्रवादी तत्वों और अर्बन नक्सलवाद को खत्म किया जाएगा. लेकिन, अब इसका विरोध किया जा रहा है. ऐसी स्थिति में यह सवाल विपक्ष से पूछना जरूरी हो जाता है कि क्या वो अर्बन नक्सलवाद को खत्म नहीं करना चाहते हैं और क्या आप यह चाहते हैं कि उग्रवादी तत्वों को बढ़ावा दें? लेकिन, हमारी Government यह चाहती है कि हर प्रकार की राष्ट्रीय विरोधी गतिविधियों पर विराम लगे. इसी को देखते हुए इस बिल को पारित कराया गया.
इसके अलावा, उद्धव ठाकरे की तरफ से ‘सामना’ को दिए इंटरव्यू में चुनाव आयोग को ‘पत्थर’ कहे जाने पर आपत्ति जताई और कहा कि चुनाव आयोग मौजूदा समय में फर्जी मतदाताओं पर नकेल कस रहा है, ताकि निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित हो सके. लेकिन, जिस तरह का बयान उद्धव ठाकरे की तरफ से आ रहा है, उससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि कुछ Political दलों के नेताओं को चुनाव आयोग का यह कदम रास नहीं आ रहा है.
उन्होंने कहा कि आज की तारीख में राजनीति में जिन लोगों का कोई अस्तित्व नहीं बचा है, जिन लोगों का जनाधार पूरी तरह से समाप्त हो चुका है, जिन लोगों का पूरा वजूद ही खत्म हो चुका है, अब ये लोग हमारे बारे में उल्टी-सीधी बातें कर रहे हैं.
वहीं, शाइना एनसी ने उद्धव ठाकरे के उस बयान पर भी निशाना साधा, जिसमें उन्होंने कहा था कि कुछ लोग उनके ‘ठाकरे ब्रांड’ को खत्म करना चाहते हैं. शाइना एनसी ने कहा कि आखिर किस ठाकरे ब्रांड की बात कर रहे हैं? लोग नाम के आधार पर नहीं, बल्कि काम के आधार पर वोट कर रहे हैं. आज देश की जनता ने Prime Minister Narendra Modi को उनके काम के आधार पर चुना है, क्योंकि Prime Minister देश की जनता के लिए काम करते हैं, और जहां तक महायुति की बात करें, तो लोगों ने इन्हें चुना है.
साथ ही, उद्धव ठाकरे के इंटरव्यू को शाइना एनसी ने उनकी निराशा का प्रतीक बताया और सवाल उठाया कि आखिर आप संजय राउत को ही क्यों इंटरव्यू दे रहे हैं? आप स्क्रिप्ट के तहत अपनी बातों को कह रहे हैं. अगर आप इंटरव्यू देना चाहते हैं, तो किसी दूसरे संपादक को दीजिए.
हिंदी और मराठी भाषा को लेकर छिड़े विवाद के बीच राज ठाकरे की निशिकांत दुबे को दी धमकी को शाइना एनसी ने नकारात्मक बताया और कहा कि राजनीति में इस तरह की हिंसात्मक टिप्पणी को स्वीकार नहीं किया जा सकता है. हम सकारात्मक रूप से Maharashtra के लिए काम कर रहे हैं. अगर किसी नेता के पास Maharashtra के विकास के लिए कोई विजन है, तो उसे दिखाइए. अगर आपको लगता है कि हाथापाई करने से Maharashtra की जनता आपको स्वीकार करेगी, तो यह आपकी गलतफहमी है, लिहाजा आपको अपनी इस गलतफहमी को दूर कर लेनी चाहिए.
–
एसएचके/केआर