Mumbai , 23 जुलाई एशियाई बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों के कारण भारतीय शेयर बाजार हरे निशान में खुले. हालांकि, तेजी लार्जकैप तक ही सीमित है, मिडकैप और स्मॉलकैप में लाल निशान में है.
सुबह 9:35 बजे, सेंसेक्स 175 अंक या 0.21 प्रतिशत बढ़कर 82,365 पर और निफ्टी 58 अंक या 0.23 प्रतिशत की तेजी के साथ 25,119 पर था.
शुरुआती कारोबार में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों का प्रदर्शन लार्जकैप शेयरों से कमजोर रहा. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 211 अंक या 0.36 प्रतिशत गिरकर 58,891 पर और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 97 अंक या 0.52 प्रतिशत गिरकर 18,795 पर था.
पीएल कैपिटल के सलाहकार प्रमुख विक्रम कासत ने कहा, “बुल और बियर के बीच रस्साकशी जारी है. निफ्टी 40एचईएमए को पार करने और उससे ऊपर टिकने में नाकाम रहा है, जो अब 25,104 तक नीचे चला गया है. 40 एचईएमए से ऊपर टिके रहना और 25,182 के ऊपर बंद होना ट्रेंड में बदलाव के संकेत दे सकता है क्योंकि यह रुकावट के स्तर के रूप में कार्य कर रहा है. 24,882 का स्तर एक सपोर्ट के रूप में कार्य करेगा.”
सेक्टोरल आधार पर ऑटो, फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मा, मेटल, एनर्जी, प्राइवेट बैंक, इन्फ्रा और कमोडिटीज इंडेक्स में तेजी थी. आईटी, पीएसयू बैंक, एफएमसीजी, रियल्टी और मीडिया इंडेक्स लाल निशान में थे.
सेंसेक्स पैक में टाटा मोटर्स, मारुति सुजुकी, एमएंडएम, बजाज फाइनेंस, इटरनल (जोमैटो), अदाणी पोर्ट्स, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, इंफोसिस, टाटा स्टील, एलएंडटी और कोटक महिंद्रा बैंक टॉप गेनर्स थे. टाइटन, टेक महिंद्रा, बीईएल, एशियन पेंट्स, ट्रेंट, एचयूएल, अल्ट्राटेक सीमेंट, सन फार्मा, आईटीसी, एसबीआई, पावर ग्रिड और आईसीआईसीआई बैंक टॉप लूजर्स थे.
ज्यादातर एशियाई बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे. टोक्यो, सियोल, शंघाई, हांगकांग और जकार्ता में हरे निशान में कारोबार हो रहा था. अमेरिकी बाजार मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए. डाउ जोंस बढ़त के साथ और नैस्डैक गिरावट के साथ बंद हुआ.
उन्होंने आगे कहा, “अमेरिकी निवेशक दूसरी तिमाही के नतीजों से ज्यादा प्रभावित नहीं हुए. हालांकि कई कंपनियां इस उतार-चढ़ाव भरी तिमाही में कुशलता से आगे बढ़ने में कामयाब रहीं, लेकिन बाजार इससे ज्यादा की उम्मीद कर रहा था.”
संस्थागत मोर्चे पर, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने लगातार दूसरे सत्र में अपनी बिकवाली का सिलसिला जारी रखा और 3,548 करोड़ रुपए के शेयर बेचे. इसके विपरीत, घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) लगातार 12वें दिन लगातार खरीदार बने रहे और उन्होंने शेयरों में 5,239 करोड़ रुपए का निवेश किया.
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एबीएस/