फ्रांस में इंजीनियरिंग शिक्षा पर सेमिनार का ग्रेटर नोएडा में सफल आयोजन

ग्रेटर नोएडा, 25 मार्च . फ्रेंको इंडियन ट्रेनिंग सेंटर इन इंजीनियरिंग द्वारा फ्रांस में इंजीनियरिंग शिक्षा को लेकर एक स्टडी अब्रॉड सेमिनार का सफल आयोजन नोएडा में किया गया. सेमिनार में बड़ी संख्या में छात्रों, अभिभावकों और शिक्षाविदों ने भाग लिया, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इंजीनियरिंग शिक्षा के अवसरों की तलाश कर रहे हैं. इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य 2+3 अध्ययन मॉडल पर जानकारी देना था, जिसके तहत छात्र भारत में दो वर्ष और फ्रांस में तीन वर्ष की पढ़ाई पूरी कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त इंजीनियरिंग डिग्री हासिल कर सकते हैं.

कार्यक्रम में फ्रेंच विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों और फ्रांसीसी दूतावास के अधिकारियों ने भाग लिया और छात्रों को प्रवेश प्रक्रिया, छात्रवृत्ति, वीजा प्रक्रिया और करियर संभावनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी. सेमिनार की मुख्य विशेषताओं में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के इच्छुक छात्रों की जबरदस्त भागीदारी, फ्रेंच विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों के साथ विशेष सत्र, छात्रवृत्ति और वित्तीय सहायता पर महत्वपूर्ण चर्चा, फ्रांस में पढ़ाई कर रहे पूर्व छात्रों के साथ लाइव प्रश्नोत्तर सत्र और उद्योग विशेषज्ञों और शिक्षाविदों के साथ नेटवर्किंग के अवसर जैसे बिंदु शामिल रहे.

फ्रेंको इंडियन ट्रेनिंग सेंटर इन इंजीनियरिंग के हेड ऑफ एडमिशन साकेत सिंह ने कहा कि “यह सेमिनार भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा अवसर साबित हुआ, जो फ्रांस में इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करने का सपना देखते हैं. फ्रेंच विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों और प्रवेश विशेषज्ञों से सीधा संवाद करने से छात्रों को उनके करियर मार्ग को स्पष्ट करने में मदद मिली है.”

बिल्डर्स इकोल डी’इंजीनियर्स, फ्रांस के अंतरराष्ट्रीय संबंध निदेशक और इंजीनियरिंग विभाग के निदेशक डॉ. गिलौम कारपेंटियर ने कहा कि “फ्रांस हमेशा से प्रतिभाशाली अंतरराष्ट्रीय छात्रों का स्वागत करता रहा है. इस पहल के माध्यम से, हम भारतीय इंजीनियरिंग छात्रों के लिए एक सहज अकादमिक संक्रमण सुनिश्चित करना चाहते हैं. बिल्डर्स इकोल डी’इंजीनियर्स इस यात्रा का हिस्सा बनकर उत्साहित है.”

सेमिनार को लेकर छात्रों और अभिभावकों ने जबरदस्त उत्साह दिखाया. प्रतिभागियों ने इस पहल की सराहना की और फ्रेंच विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों से सीधे बातचीत करने के अवसर के लिए आभार व्यक्त किया. कई छात्रों ने पहले ही अपनी प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिससे यह कार्यक्रम भारतीय छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शक साबित हुआ.

पीकेटी/