Mumbai , 8 सितंबर . विवेक रंजन अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’ ने सिनेमाघरों में न सिर्फ दर्शकों का ध्यान खींचा, बल्कि उनके दिलों को भी गहराई तक छू लिया. फिल्म के संवेदनशील विषय ने कई लोगों को भावुक कर दिया. कई दर्शकों ने फिल्म खत्म होने के बाद आंसुओं के साथ निर्देशक को धन्यवाद कहा और वर्षों से दिल में दबी पीड़ा को पहली बार खुलकर साझा किया.
एक महिला दर्शक, जो बंगाली हैं, फिल्म देखने के बाद अपने आंसुओं को रोक नहीं सकीं. उन्होंने निर्देशक विवेक अग्निहोत्री से कहा, “मैं देख सकती हूं कि किसी ने आखिरकार सच्चाई दिखाई है. अब तक किसी ने यह हिम्मत नहीं की थी. मैं वास्तव में आपकी आभारी हूं, सर. आपने जो दिखाया, वह कोई आम बात नहीं है. शायद एक बंगाली ही इस दर्द को गहराई से समझ सकता है. मैं बंगाली हूं और मुझे उस पर गर्व है.”
इस भावुक प्रतिक्रिया के बाद अग्निहोत्री ने उनसे पूछा, “आप बंगाली हैं?”
महिला के साथ खड़े एक पुरुष दर्शक ने तुरंत कहा, “जी हां, सर. लेकिन, आपने जो दिखाया, वह दिल को झकझोर देने वाला है. सच्चाई इससे कहीं बड़ी और भयावह है.”
इसके बाद महिला ने अपनी निजी कहानी साझा की. उन्होंने विवेक रंजन अग्निहोत्री को बताया, “हम तीन मंजिला घर में रहा करते थे, लेकिन वे सब जला दिए गए. हमें मजबूर होकर एक कमरे और छोटी सी रसोई में रहना पड़ा. हमारे बच्चे स्कूल नहीं जा सके. आर्मी स्कूल तक बंद कर दिए गए. हमने सब कुछ खो दिया था.”
इस दर्द को सुनकर विवेक अग्निहोत्री भी भावुक हो उठे और बोले, “यह विषय मेरे दिल के बहुत करीब है. क्षमा कीजिए, लेकिन यही वजह है कि मैं अक्सर कहता हूं कि बंगाल अब अलग बनता जा रहा है.”
‘द बंगाल फाइल्स’ फिल्म की कहानी 1946 में हुए कलकत्ता दंगे पर आधारित है, जिसे ‘डायरेक्ट एक्शन डे’ के नाम से जाना जाता है. इस घटना ने लाखों लोगों की जिंदगी को प्रभावित किया था.
फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर, पल्लवी जोशी, दर्शन कुमार और सिमरत कौर महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं. इनके अलावा सास्वता चटर्जी, नमाशी चक्रवर्ती, राजेश खेरा, पुनीत इस्सर, प्रियांशु चटर्जी, दिब्येंदु भट्टाचार्य, सौरव दास और मोहन कपूर भी अहम रोल में हैं. फिल्म 5 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी.
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पीके/एबीएम