संयुक्त राष्ट्र, 23 अगस्त . संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने कहा है कि सुरक्षा परिषद सुधार प्रक्रिया प्रगति कर रही है और एक फ्रेमवर्क पेश किया गया है जिसे सदस्य देशों का समर्थन मिल सकता है.
उन्होंने गुरुवार को लंबे समय से रुकी हुई चर्चाओं के बारे में उम्मीद जताते हुए कहा, “मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि जो फ्रेमवर्क पेश किया गया है, उस पर सदस्य देशों का समर्थन हासिल किया जा सकता है.”
उन्होंने सुधार प्रक्रिया के बारे में कहा कि औपचारिक रूप से सरकारों के बीच वार्ता (आईजीएन) चल रही है और सदस्य देश भी सुरक्षा परिषद सुधार चाहते हैं.”
वे संरचनात्मक सुधारों के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे जो संयुक्त राष्ट्र को अपनी भविष्य की चुनौतियों का सामना करने में अधिक प्रभावी बना सकते हैं.
सुधार प्रक्रिया 1993 में एक कार्य समूह के साथ शुरू हुई थी, जो 2007 तक आईजीएन में बदल गई, लेकिन दस्तावेज को अपनाने के लिए कुछ देशों के विरोध के कारण औपचारिक वार्ता शुरू नहीं हो पाई.
ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि 12 देशों का एक समूह इसे रोकने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहा है.
फ्रांसिस ने कहा, “अच्छी खासी प्रगति हुई है”, लेकिन साथ ही उन्होंने ये भी कहा, “फिलहाल, और मुझे इस बात पर जोर देना चाहिए, सुरक्षा परिषद के लिए कोई औपचारिक वार्ता नहीं हो रही है”.
उन्होंने कहा, “औपचारिक वार्ता कब शुरू होगी, यह निर्णय सदस्य देश लेंगे.”
फ्रांसिस ने कहा, “कई सारे फार्मूला बनाने और इस पर बात करने में बहुत समय और प्रयास लगा है.”
फ्रांसिस हाई स्कूल के दो छात्रों के साथ एक मीडिया ब्रीफिंग में भाग ले रहे थे, जो “एक दिन के लिए जनरल असेंबली प्रेसिडेंट” बने. युवाओं के बीच संगठन के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए यह एक आउटरीच कार्यक्रम था. उनमें से एक, 15 वर्षीय फरीहा अख्तर, बांग्लादेशी अप्रवासी है.
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