वायु सेना के बहुदेशीय अभ्यास ‘तरंग शक्ति’ का दूसरा चरण प्रारंभ

नई दिल्ली, 30 अगस्त . भारतीय वायु सेना का बहुदेशीय अभ्यास ‘तरंग शक्ति’ शुक्रवार शाम से प्रारंभ हुआ. इसमें भारत समेत आठ देश हिस्सा ले रहे हैं जबकि 20 अन्य राष्ट्र इसे ओबजर्व करेंगे.

‘तरंग शक्ति’ जोधपुर में 14 सितंबर तक जारी रहेगी. इस अभ्यास का हिस्सा बनने वाले देशों के एयर चीफ 12 सितंबर को जोधपुर में अभ्यास स्थल पर मौजूद रहेंगे. ‘तरंग-शक्ति 2024’ का यह दूसरा चरण है. इससे पहले ​तमिलनाडु के सुलार एयरबेस में इसका पहला चरण आयोजित किया गया था.

सैन्य अभ्यास के दौरान यहां जोधपुर एयर बेस से लड़ाकू और मालवाहक वाहनों की करीब 600 उड़ानें भरी जाएंगी.

दो सप्ताह से अधिक चलने वाले इस अभ्यास में शामिल देश एक दूसरे के कल्चर से भी अवगत होंगे. इस दौरान विदेशी मेहमान संस्कृति भी सीखेंगे.शुक्रवार शाम ‘तरंग शक्ति’ अभ्यास के दूसरे चरण की शुरुआत वायु सेना के उप प्रमुख एयर मार्शल ए.पी. सिंह ने की.​​​​​ यह विश्व के समक्ष भारत की आत्मनिर्भरता को दर्शाने का भी एक बड़ा अवसर है. भारतीय रक्षा उपकरणों को दर्शाने के लिए यहां एक अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी भी होगी.

इस बहुराष्ट्रीय अभ्यास में भारतीय वायु सेना के साथ अमेरिकन एयर फोर्स और अन्य देश संयुक्त अभ्यास करते दिखाई देंगे. सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, ग्रीस, बांग्लादेश, श्रीलंका, जापान और यूएई आदि देशों के लड़ाकू विमान भी इस अभ्यास का हिस्सा बनेंगे.

इस बहुराष्ट्रीय एयर फोर्स एक्सरसाइज का एक मुख्य फोकस आत्मनिर्भरता के तहत स्वदेशी क्षमताओं का प्रदर्शन करना भी है. अभ्यास में भारत के स्वदेशी एलसीए तेजस, एलसीएच प्रचंड और अन्य हथियार प्रणालियों सहित मेक-इन-इंडिया उपकरण को प्रदर्शित किया जा रहा है.

भारतीय वायु सेना अपने राफेल, सुखोई, मिराज, जगुआर, तेजस, मिग-29 फाइटर जेट और प्रचंड और रुद्र लड़ाकू हेलीकॉप्टर के साथ प्रदर्शन करेगी. इस अभ्यास में भारत के एएलएच ध्रुव, सी-130, आईएल-78 भी अपनी क्षमता दिखाएंगे.

जोधपुर में आयोजित दूसरे चरण में तेजस, सुखोई के साथ लूफ्तवाफे जर्मन एयरफोर्स, स्पेनिश एयरफोर्स के यूरोफाइटर टाइफून एक्सरसाइज में उड़ान भरेंगे. वहीं, अमेरिका का एफ-16 यहां नज़र आएगा. इस अभ्यास में भाग लेने के लिए कुल 51 देशों को आमंत्रित किया गया है. जिन देशों को इसमें आमंत्रित किया गया है, उनमें बांग्लादेश भी शामिल है, और बांग्लादेश इस अभ्यास के दूसरे चरण का हिस्सा बना है. अमेरिका और ग्रीस समेत कई अन्य देश 14 सितंबर तक जोधपुर में आयोजित होने वाले अभ्यास ‘तरंग शक्ति’ के दूसरे चरण में शामिल हुए हैं. वायु सेना भारत में पहले बहुराष्ट्रीय अभ्यास ‘तरंग शक्ति’ का आयोजन कर रही है.

इस अभ्यास में रूस को भी आमंत्रित किया गया था. गौरतलब है कि रूस लंबे समय से यूक्रेन के साथ हो रहे युद्ध में है. ऐसे में इस संघर्ष के कारण वह इस अभ्यास में भाग नहीं ले रहा है.

जीसीबी/एकेजे