New Delhi, 17 अक्टूबर . केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने Friday को दूरसंचार विभाग (डीओटी) और डाक विभाग (डीओपी) सहित संचार मंत्रालय की उपलब्धियों के बारे में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. Union Minister के साथ इस अवसर पर संचार राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी, डाक विभाग की सचिव वंदिता कौल और दूरसंचार विभाग के सचिव डॉ. नीरज मित्तल भी उपस्थित थे.
Union Minister ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने अपने उद्घाटन भाषण में इस बात पर प्रकाश डाला कि India अब दूरसंचार क्षेत्र में किसी का अनुयायी नहीं रहा. उन्होंने कहा, “India अब सेवाओं और उत्पादों, दोनों ही दृष्टि से दूरसंचार क्षेत्र में अग्रणी बन गया है.”
उन्होंने कहा कि पूरे देश में ग्राहकों की संख्या और ऑप्टिकल फाइबर केबल नेटवर्क का कई गुना विस्तार हुआ है. उन्होंने कहा कि इंटरनेट कनेक्शनों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और पिछले कुछ वर्षों में ब्रॉडबैंड कनेक्शनों की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है.
Union Minister सिंधिया ने बल देकर कहा, “जब हम पैमाने की बात करते हैं तो कई गुणा वृद्धि के पैमाने के मामले में India का कोई प्रतिद्वंद्वी नहीं है. अगर आप India को विशुद्ध रूप से एक डिजिटल राष्ट्र के रूप में वर्गीकृत करें तो India दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा डिजिटल राष्ट्र होगा, इसलिए 11 वर्ष पहले Prime Minister की एक अदृश्य डिजिटल राजमार्ग बनाने और उस डिजिटल राजमार्ग पर कई अनुप्रयोगों को रहने और लिखने की क्षमता बनाने की दूरदर्शिता आज एक वास्तविकता बन गई है.”
Union Minister ने India संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के वित्तीय पुनरुद्धार को दूरसंचार विभाग की ‘सबसे उल्लेखनीय उपलब्धियों’ में से एक बताया. 18 वर्षों के बाद, बीएसएनएल परिचालन स्तर पर लाभ में आ गई है, जिसने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 262 करोड़ रुपए और चौथी तिमाही में 280 करोड़ रुपए का लाभ दर्ज किया. उन्होंने कहा, “बीएसएनएल का ईबीआईटीडीए तीन गुना बढ़कर 5,395 करोड़ रुपए हो गया है और इसका घाटा 5,400 करोड़ रुपए से घटकर 2,400 करोड़ रुपए ही रह गया है.”
इस गहन राष्ट्रीय परिवर्तन का नेतृत्व पूर्णतः स्वदेशी 4-जी स्टैक के सफल कार्यान्वयन द्वारा भी किया जा रहा है—यह एक बड़ी तकनीकी सफलता है जिसने India को उन विशिष्ट देशों के समूह में शामिल कर दिया है जो अपनी स्वयं की संपूर्ण दूरसंचार तकनीक विकसित करने में सक्षम हैं.
Government के ‘100 प्रतिशत दूरसंचार संपन्नता’ मिशन के अंतर्गत, India ने एक वर्ष के भीतर अपने लक्ष्य का 75 प्रतिशत हासिल कर लिया है. 4-जी संपन्नता परियोजना के अंतर्गत नियोजित 17,000 टावरों में से लगभग 13,000 पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं.
आकांक्षी जिला योजना 81 प्रतिशत संपन्नता तक पहुंच गई है, जबकि वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित क्षेत्रों ने चरण-1 में शून्य प्रतिशत से 57 प्रतिशत और चरण-2 में 74 प्रतिशत से 87 प्रतिशत तक लक्ष्य हासिल कर लिया है. द्वीपीय क्षेत्रों के लिए, कार्यान्वयन 38 प्रतिशत से 84 प्रतिशत तक सुधर गया है.
मंत्रालय ने लंबित परियोजनाओं में तेजी लाने के लिए भूमि, वन और सुरक्षा संबंधी मुद्दों की निगरानी और समाधान के लिए एक वास्तविक समय डैशबोर्ड बनाया है.
Union Minister सिंधिया ने दूरसंचार सुरक्षा के क्षेत्र में दूरसंचार विभाग की प्रगति पर भी प्रकाश डाला. एएसटीआर जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता-आधारित उपकरणों ने 82 लाख से अधिक धोखाधड़ी वाले मोबाइल कनेक्शन काटे हैं, जबकि वित्तीय धोखाधड़ी जोखिम संकेतक प्रणाली ने लगभग 200 करोड़ रुपए के घोटाले रोके हैं.
उन्होंने कहा, “गूगल अब इस प्रयास में शामिल हो गया है, जो एक बड़ी उपलब्धि है.” एक एकीकृत डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (डीआईपी) अब सभी राज्य Governmentों, बैंकों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों सहित 750 से अधिक Governmentी और निजी संस्थाओं के बीच डेटा साझा करना संभव बनाता है.
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने सेवा गुणवत्ता के लिए मासिक रिपोर्टिंग शुरू की है, जो पहले के तिमाही चक्र की जगह लेती है. दूरसंचार ऑपरेटरों को अब टावरों की सार्वजनिक रूप से मैपिंग करनी होगी और अप्रैल 2026 तक 2 प्रतिशत से कम कॉल दरों में गिरावट और 50 मिलीसेकंड से कम विलंबता जैसे मानक सुनिश्चित करने होंगे.
मंत्रालय ने राइट-ऑफ-वे अनुमोदन समयसीमा को कम करने के लिए एक सिंगल-विंडो क्लीयरेंस पोर्टल भी स्थापित किया है, जिससे औसत क्लीयरेंस समय 2019 के 448 दिनों से घटकर 2025 में केवल 33 दिन रह गया है.
Union Minister सिंधिया ने इस बात पर बल दिया कि मंत्रालय जवाबदेही और सहयोग की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने कहा, “बीएसएनएल का प्रत्येक मुख्य महाप्रबंधक अब अपने सर्कल का मुख्य कार्यकारी अधिकारी है, जो तिमाही लक्ष्य निर्धारित करता है और उनकी नियमित समीक्षा करता है.”
दूरसंचार विभाग ने अपनी तरह की पहली पहल में, हाल ही में “9-टू-9” मैराथन समीक्षा बैठक आयोजित की—ताकि प्रदर्शन का आकलन किया जा सके और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा किया जा सके. Union Minister ने कहा, “India की दूरसंचार कहानी परिवर्तन, सुगमता और नेतृत्व की कहानी है.”
इससे पहले, अपने प्रारंभिक संबोधन में दूरसंचार सचिव डॉ. नीरज मित्तल ने कहा कि Prime Minister Narendra Modi के दूरदर्शी नेतृत्व में दूरसंचार विभाग ने समावेशिता, गति, सुरक्षित और विकसित की भावना के साथ काम किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ‘India की डिजिटल यात्रा में कोई भी नागरिक, कोई भी गांव और कोई भी उद्यम पीछे न छूटे.’
सिंधिया ने सार्वभौमिक संपर्क, स्वदेशी नवाचार, नागरिक सुरक्षा और वैश्विक नेतृत्व के प्रति मंत्रालय की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए संवाददाता सम्मेलन का समापन किया. उन्होंने कहा, “डिजिटल India समावेशी विकास के एक मॉडल के रूप में दुनिया को प्रेरित करता रहेगा, जिसका आधार सुरक्षित, आत्मनिर्भर और नवोन्मेषी दूरसंचार है.”
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डीकेपी/