नोएडा, 13 नवंबर . नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन ने अपने शार्ट टर्म पॉलिसी में बदलाव किया है. अब आवंटन टेंडर के जरिए नहीं, बल्कि ‘फर्स्ट कम, फर्स्ट सर्व’ के आधार पर किया जाएगा. ऐसा स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है. इससे रेवेन्यू भी जनरेट किया जाएगा.
एनएमआरसी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर महेंद्र प्रसाद ने बताया कि स्टार्टअप को बढ़ाना देने के लिए एनएमआरसी अपने 21 मेट्रो स्टेशन पर स्कीम लेकर आ रही है. इसके तहत दो स्लैब 5 मीटर और 1 से 10 मीटर तक का स्पेस स्टार्टअप के लिए दिया जाएगा. स्पेस मेट्रो स्टेशन पर दिया जाएगा. इसके लिए आवंटी को 1.5 से 5 हजार रुपए प्रति वर्गमीटर की दर से किराया देना होगा और तीन साल तक इसे चला सकेंगे. रिव्यू करने के बाद इसे दो साल के लिए और आगे भी बढ़ाया जा सकता है. इसके लिए आवदेनकर्ता का सालाना टर्नओवर करीब 5 लाख रुपए तक होना चाहिए, ताकि वे इसे संचालित कर सके.
उन्होंने बताया कि इससे महीने का 4.50 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट होगा. 15 दिन के अंदर पॉलिसी को पब्लिक डोमेन में डाल दिया जाएगा. इससे पहले आवंटन प्रक्रिया टेंडर के जरिए की जाती थी. इसे समाप्त कर दिया गया है. यहां एक व्यक्ति को एक ही स्पेस आवंटित किया जाएगा, दूसरा नहीं. इसके लिए फार्म की स्क्रूटनी भी की जाएगी. रेवेन्यू जनरेट करने के लिए मेट्रो पिलर पर भी विज्ञापन किया जा सकेगा. सारी प्रक्रिया प्रोसेस में है.
उन्होंने बताया कि एनएमआरसी के अल्फा-1 मेट्रो स्टेशन पर कमर्शियल स्पेस के लिए छह एजेंसिया आई हैं. इसके अलावा स्टेशन के स्टेयर और इंडोर पार्ट पर भी विज्ञापन के लिए बिड प्रक्रिया की गई है. परी चौक पर कमर्शियल एक्टिविटी की जाएगी. साथ ही सेक्टर-101, 81 और 83 में भी कमर्शियल स्पेस से रेवेन्यू जनरेट किया जाएगा. नोएडा के 21 स्टेशन की को-ब्रांडिंग कराई जाएगी. इसमें पहले से कई स्टेशन पर को-ब्रांडिंग के जरिए रेवेन्यू जनरेट किया जा रहा है.
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पीकेटी/एबीएम