एसबीआई का मुनाफा तीसरी तिमाही में 84 प्रतिशत बढ़ा, ब्याज से आय में भी हुआ इजाफा

नई दिल्ली, 6 फरवरी . भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने गुरुवार को वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही के नतीजों का ऐलान किया है. देश के सबसे बड़े बैंक का मुनाफा अक्टूबर-दिसंबर अवधि में सालाना आधार पर 84 प्रतिशत बढ़कर 16,891 करोड़ रुपये हो गया है. बैंक ने पिछले साल समान अवधि में 9,164 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था.

दिसंबर तिमाही में बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) सालाना आधार पर 4 प्रतिशत बढ़कर 41,445.5 करोड़ रुपये हो गई है, जो कि पिछले साल समान अवधि में 39,816 करोड़ रुपये थी.

बैंक का कर्मचारियों पर खर्च 17 प्रतिशत गिरकर 16,074 करोड़ रुपये हो गया है. एसबीआई के घरेलू लोन में सालाना आधार पर 14.06 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. प्रोविजन पिछले साल के मुकाबले 32.4 प्रतिशत बढ़कर 911.06 करोड़ रुपये हो गया है.

वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में एसबीआई का ग्रॉस एनपीए (नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स) कम होकर 2.07 प्रतिशत हो गया है, जो कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 2.13 प्रतिशत था. हालांकि, इस दौरान बैंक के शुद्ध एनपीए में कोई बदलाव नहीं आया है और यह 0.53 प्रतिशत पर बना हुआ है.

इसके अलावा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बैंक का ऑपरेटिंग मुनाफा सालाना आधार पर 15.81 प्रतिशत बढ़कर 23,551 करोड़ रुपये हो गया है.

एसबीआई का क्रेडिट ग्रोथ सालाना आधार पर 13.49 प्रतिशत रही है. बैंक के ग्रोड एडवांस 40 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है.

एसबीआई ने फाइलिंग में बताया कि पूरे बैंक की जमा सालाना आधार पर 9.81 प्रतिशत बढ़ी है. करंट अकाउंट सेविंग अकाउंट (सीएएसए) जमा सालाना आधार पर 4.46 प्रतिशत बढ़ी है. दिसंबर तिमाही के आखिर में बैंक का कासा रेश्यो 39.20 प्रतिशत रहा है.

बैंक के मुताबिक, विदेशी कार्यालयों के एडवांस में 10.35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. वहीं, एसएमई एडवांस में 18.71 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. इसके बाद कृषि एडवांस में 15.31 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि कॉर्पोरेट एडवांस और खुदरा व्यक्तिगत एडवांस में क्रमशः 14.86 प्रतिशत और 11.65 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई.

नतीजों के बाद एसबीआई का शेयर 1.74 प्रतिशत गिरकर 752.70 रुपये पर कारोबार कर रहा था.

एबीएस/