नई दिल्ली, 2 मार्च . 200 करोड़ रुपए की उगाही के मामले में तिहाड़ जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर से 10 करोड़ प्रोटेक्शन मनी लेने के आरोप में दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन और तिहाड़ जेल के पूर्व डीजी संदीप गोयल और जेल सुपरिटेंडेंट राज कुमार के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश दिए गए हैं. यह आदेश दिल्ली के एलजी ने दिए हैं.
दरअसल, करोड़ों रुपए की ठगी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखा था, जिसमें उसने आरोप लगाया था कि जेल में सत्येंद्र जैन की अपनी सरकार चलती है. इसके साथ ही सीबीआई ने भी दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येन्द्र जैन और पूर्व जेल अधीक्षक राज कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले के तहत जांच करने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल से मंजूरी मांगी थी.
दिल्ली सरकार के दो पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन लगभग एक साल से तिहाड़ में हैं. उनको अब तक जमानत नहीं मिल पाई है. इसी बीच अब एक नया विवाद खड़ा हो गया है. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने तिहाड़ जेल के पूर्व जेल सुपरिटेंडेंट राज कुमार के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं.
तत्कालीन जेल अधीक्षक राज कुमार पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली सरकार में मंत्री रहे सत्येंद्र जैन के कहने पर ठग सुकेश चंद्रशेखर से 10 करोड़ रुपए की उगाही की थी. ऐसा कहा जा रहा है कि राज कुमार तिहाड़ जेल से सत्येन्द्र जैन और संदीप गोयल द्वारा चलाए जा रहे जबरन वसूली सिंडिकेट का हिस्सा थे.
एलजी वीके सक्सेना ने दिल्ली के पूर्व मंत्री और आप नेता की मदद करने के लिए राज कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (पीओसी) अधिनियम, 1988 की धारा 17ए के तहत सीबीआई जांच को मंजूरी दी है. राज कुमार तब जेल नंबर 4 के जेल अधीक्षक थे, जब सुकेश को जेल लाया गया था. राजकुमार पर आरोप है कि उनकी शह पर जेल से उगाही का काम चल रहा था. उनकी मदद से सुकेश चंद्रशेखर से इस पैसे का लेन-देन हुआ, जो प्रोटेक्शन मनी के तौर पर लिया गया था ताकि वह जेल में आराम से रह सके.
सीबीआई का आरोप है कि सत्येंद्र जैन ने कभी खुद और कभी अपने जानने वालों, जिनमें राज कुमार का नाम भी शामिल है, के द्वारा सुकेश से साल 2018-21 के बीच में कई किश्तों पर 10 करोड़ रुपय की प्रोटेक्शन मनी ली ताकि वह दिल्ली की अलग- अलग जेलों जैसे तिहाड़, रोहिणी और मंडोली में आराम से रह सके. सीबीआई ने यह भी आरोप लगाया है कि राजकुमार संदीप गोयल का करीबी सहयोगी था और उन्होंने चन्द्रशेखर से पैसे वसूलने में उसकी मदद की थी.
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पीकेटी/एबीएम