देहरादून, 26 अगस्त . उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने सोमवार को केदारनाथ धाम से 228 किलो सोना चोरी होने के आरोप को सिरे से नकारते हुए कहा कि जब 23 किलो सोना ही दान दिया गया, तो 228 किलो सोना कैसे चोरी हो सकता है.
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में दानदाता ने 23 किलो सोना दान में दिया. इसकी पर्ची कटी हुई है. ऐसे में जब 23 किलो सोना ही दान में दिया गया, तो 228 किलो कैसे चोरी हो गया.
उन्होंने कहा कि ये पूरी तरह से भ्रांति है, जिसका हमने निराकरण कर दिया है. जब ये बात उठी थी, तो हमने उसी समय कमिश्नर गढ़वाल से जांच करवाई थी. इसकी रिपोर्ट शासन के पास है. शासन से रिपोर्ट मिलते ही हम इसे सार्वजनिक कर देंगे.
प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस पर झूठ बोलने का काम कर रही है. 228 किलो सोना कोई छोटी-मोटी चीज नहीं होती है क्या? यह कहां चोरी हो जाएगा.
बता दें कि 17 जुलाई को सबसे पहले जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने केदारनाथ धाम में लगे सोने के बारे में कहा था कि मंदिर में सोना घोटाला हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया था कि 228 किलो सोना गायब किया गया है और इसकी जांच होनी चाहिए.
केदार सभा के पूर्व अध्यक्ष किशन बगवाड़ी ने भी शंकराचार्य की बातों की समर्थन किया था और मामले की जांच करने की मांग की थी.
गौरतलब है कि केदारनाथ मंदिर को वर्ष 2022 में स्वर्णमंडित किया गया था. उस दौरान भी तीर्थ पुरोहित समाज ने आरोप लगाया था कि मंदिर के गर्भगृह में सोने की जगह तांबा लगाया गया है, लेकिन तब यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया था.
हालांकि बद्री-केदार मंदिर समिति की ओर से इस मामले में कई बार बयान दिया गया है और आरोपों को निराधार बताया गया है.
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एससीएच/