राजनीतिक अस्तित्व बचाने के लिए बयानबाजी कर रहे संजय राउत : विनोद मिश्रा

मुंबई, 22 दिसंबर . भारतीय जनता पार्टी नेता विनोद मिश्रा ने शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत द्वारा बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनाव अकेले लड़ने के संकेत देने पर रविवार को प्रतिक्रिया दी. राउत के बयान को उनकी मजबूरी बताते हुए उन्होंने कहा कि अगर वह अपने नेता और पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के बारे में ऐसा नहीं बोलेंगे तो उनकी राजनीतिक स्थिति पर खतरा हो सकता है.

विनोद मिश्रा ने कहा कि संजय राउत की यह मजबूरी है कि वह इस प्रकार के बयान दे रहे हैं. अगर वह अपने मालिक के बारे में ऐसा नहीं बोलेंगे, तो मुझे लगता नहीं कि उनकी नौकरी ज्यादा दिन तक चलने वाली है. यह बयान उनके राजनीतिक अस्तित्व के लिए आवश्यक हो गया है. जब तक राउत अपने नेता की पक्ष में कुछ कहते रहते हैं, तब तक उनकी स्थिति स्थिर रहती है.

उन्होंने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे ने मुंबई के लोगों के साथ गद्दारी की है, यही वजह रही कि विधानसभा चुनाव में उद्धव ठाकरे का सूपड़ा साफ हो गया. वह अब ‘उद्धव ठाकरे’ के रूप में पहचाने जाते हैं, जबकि पहले उन्हें ‘हिंदू ह्रदय सम्राट बाला साहब ठाकरे के बेटे’ के रूप में जाना जाता था. उन्होंने कहा कि बीएमसी चुनाव में उद्धव ठाकरे की नजर इसलिए है, क्योंकि यह उनकी रोजी-रोटी का जरिया है. बीएमसी पर उनका ध्यान इसलिए है क्योंकि यह उनकी राजनीतिक और आर्थिक सुरक्षा का अहम हिस्सा है.

विनोद मिश्रा ने कहा कि महायुति बीएमसी चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है. हम विधानसभा चुनाव जैसा प्रदर्शन बीएमसी चुनाव में भी दोहराएंगे. भाजपा के कार्यकर्ता 365 दिन लोगों के बीच रहते हैं और चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार रहते हैं. हमारी पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता कभी भी आराम नहीं करता. मुंबई की जनता को अच्छे रोड, 24 घंटे पानी, स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवाएं और स्कूलों की जरूरत है. उद्धव ठाकरे ने वादा किया था कि वह इन समस्याओं का समाधान करेंगे, लेकिन मुंबई वासियों को आज तक अच्छा रोड नहीं मिला और न ही 24 घंटे पानी मिल रहा है. मुंबई में झोपड़पट्टी क्षेत्र बढ़ते जा रहे हैं और बांग्लादेशी तथा रोहिंग्या घुसपैठियों की समस्या भी गंभीर हो गई है.

मिश्रा ने मुंबई भाजपा विधायक आशीष शेलार द्वारा बीएमसी में रोड निर्माण की गुणवत्ता को लेकर की गई शिकायत पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई है. अगर कहीं भी काम में लापरवाही या भ्रष्टाचार पाया जाएगा, तो कार्रवाई की जाएगी. अगर कोई दोषी पाया गया, तो उसे सजा दी जाएगी. भाजपा ने 2016 में भी जब मुंबई में सड़क निर्माण घोटाले की शिकायत पाई थी, तो छह ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया था और कुछ इंजीनियरों को जेल भेजा था.

संजय राउत द्वारा यह बयान दिए जाने पर कि अगर उन्हें मुंबई में ज्यादा सीटें मिलतीं तो वह बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे, विनोद मिश्रा ने कहा कि अगर संजय राउत और उनकी पार्टी अमेरिका में चुनाव लड़ रही होती, तो संजय राउत वहां के राष्ट्रपति चुनाव में उद्धव ठाकरे को ही जितवा देते. यह केवल बकवास है. अगर उन्होंने अपनी पार्टी के लिए मेहनत की होती, तो उनके पास अब कोई उचित कारण नहीं होता कि वह कुछ और कहें.

पीएसके/एकेजे