बलिया, 1 जनवरी . मणिपुर हिंसा के लिए मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने राज्य के लोगों से माफी मांगी है. अब इसे लेकर बयानबाजी शुरू हो गई है.
निषाद पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री संजय निषाद ने कहा, “मानव का स्वभाव है काम करना और काम करने वाले से गलती होती है. अगर किसी काम के आधार पर गलती हो गई है और उसके लिए माफी मांगी जाती है, तो मेरा मानना है कि यह स्वाभाविक है. …उसे माफ किया जा सकता है.”
कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मणिपुर की जनता से माफी की मांग की है. इस संबंध में संजय निषाद ने कहा कि कांग्रेस को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए. आजाद भारत के बाद लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी सत्ता में रही. इन 67 साल में देश की अर्थव्यवस्था के लिए उन्होंने क्या कदम उठाए.
उन्होंने कहा कि जब देश आजाद हुआ था, तब एक रुपया एक पाउंड के बराबर था. लेकिन दो साल पहले मैं स्कॉटलैंड गया था तो एक पाउंड 100 रुपये के बराबर है. अर्थव्यवस्था कितनी चौपट हो गई. वहीं पीएम मोदी देश की अर्थव्यवस्था को दसवें से पांचवें स्थान पर लेकर आए हैं. जल्द हम तीसरे स्थान पर आ जाएंगे. ऐसे में देश की जनता को कांग्रेस से माफी मांगनी चाहिए. धार्मिक आस्था पर चोट पहुंचाने और गलत बयानबाजी के लिए कांग्रेस पार्टी को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए.
संजय निषाद ने कहा कि आज हमारे पास संवैधानिक अधिकार है. पिछड़ों के लिए कांग्रेस ने क्यों नहीं पिछड़ा वर्ग आयोग बनाया. पिछड़ा वर्ग आयोग पीएम मोदी ने बनाया. पीएम मोदी पिछड़ों और वंचितों के साथ खड़े हैं. कांग्रेस पंडित जवाहर लाल नेहरू का पत्र पढ़े, जिसमे उन्होंने लिखा है कि मैं आरक्षण को कतई पसंद नहीं करता हूं.
मणिपुर में पिछले साल से हिंसा का दौर जारी है. राज्य की जनता से सीएम एन बीरेन सिंह ने माफी मांगी है. उन्होंने कहा, “यह पूरा साल बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा है. मैं राज्य के लोगों के साथ पिछले 3 मई 2023 से आज तक जो कुछ भी हुआ उसके लिए खेद व्यक्त करना चाहता हूं. कई लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया. कई लोगों ने अपना घर छोड़ दिया. मुझे दुख है और मैं इसके लिए माफी मांगता हूं. लेकिन मुझे उम्मीद है कि 2025 तक राज्य में हालात सामान्य हो जाएंगे.
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एकेएस/एकेजे