भारत-चीन के रिश्तों में सुधार होना चाहिए : संजय निरुपम

Mumbai , 7 अगस्त . शिवसेना नेता संजय निरुपम ने पीएम मोदी के संभावित चीन दौरे को लेकर भारत-चीन संबंधों में सुधार की वकालत की. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच जो भी मुद्दे हैं, उस पर बातचीत होनी चाहिए और सुलझाने पर जोर देना चाहिए.

Thursday को से बातचीत में उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच विशेष रूप से सीमा विवाद को लेकर तनाव रहा है. मुझे लगता है कि दोनों देशों को इन सभी मुद्दों को सकारात्मक बातचीत के माध्यम से हल करने की आवश्यकता है.

उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ और रूस से तेल आयात को लेकर की गई आलोचना का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि चीन और भारत को संयुक्त रूप से साझा बयान जारी कर अमेरिका को जवाब देना चाहिए. क्योंकि, चीन भी रूस से तेल का आयात करता है.

शिवसेना प्रवक्ता ने कहा कि पीएम मोदी की सराहनीय पहल है. टैरिफ की धमकियों में नहीं आना चाहिए, किसी को नहीं झुकना चाहिए. सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.

निरुपम ने कहा कि पीएम शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में हिस्सा लेने चीन और संभवत: जापान जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत एससीओ का हिस्सा है, इसलिए इस बैठक में शामिल होना जरूरी है.

निरुपम ने सुझाव दिया कि प्रधानमंत्री को इस अवसर का उपयोग चीन के साथ सीमा विवाद और व्यापार से जुड़े मुद्दों को सुलझाने के लिए करना चाहिए, ताकि भारत के हितों की रक्षा सुनिश्चित हो सके.

उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव को दो वोटर आईडी रखने के मामले में चुनाव आयोग की ओर से नोटिस भेजे जाने पर कहा कि तेजस्वी यादव हों या फिर राहुल गांधी या फिर अखिलेश यादव, सभी संविधान की दुहाई देकर खुद को संवैधानिक बताने की कोशिश करते हैं. अगर मतदाता बनने की प्रक्रिया में कोई त्रुटि दिख रही है और चुनाव आयोग जो एक संवैधानिक संस्था है और उसने जो नोटिस भेजा है, उस पर जवाब देना चाहिए.

संजय निरुपम ने कहा कि यदि आप सच में संविधानवादी हैं, तो आयोग के सामने पेश होकर अपना पक्ष रखें, न कि हर बात पर अहंकार दिखाकर चुनाव आयोग को बदनाम करने की साजिश रचें.

डीकेएम/एबीएम