गोंडा रेल हादसा : पीड़ितों के लिए देवदूत बने संघ के स्वयं सेवक

लखनऊ, 18 जुलाई . उत्तर प्रदेश के गोंडा में गुरुवार को हुए रेल हादसे में घायलों और पीड़ितों को बचाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक मदद के लिए आगे आए. उन लोगों ने घटनास्थल पर पहुंच कर न सिर्फ पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाया, बल्कि रक्त देकर उनका जीवन भी बचाया. 

संघ के एक पदाधिकारी ने बताया कि घटना की सूचना प्राप्त होते ही अवध प्रांत के गोंडा जिले के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक घटनास्थल पर पहुंचकर स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को मनकापुर तथा गोंडा जिला अस्पताल पहुंचाया. इस मौके पर संघ के 100 से अधिक स्वयंसेवकों ने सेवा कार्य किया. साथ ही, स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर यात्रियों के बिखरे पड़े सामान आदि को एकत्र कराया. हादसे के बाद हुये हड़कंप से यात्रियों में भय सा बैठ गया था, ऐसे में स्‍वयंसेवकों ने उनकी हरसंभव सहायता कर अपना कर्तव्‍य निभाया. इस दौरान स्‍वयंसेवकों ने एकजुट होकर घायलों को अस्‍पताल तक पहुंचाने के लिए निजी एवं सरकारी एंबुलेंस का प्रयोग किया. इस बीच स्‍वयंसेवकों ने 30 यूनिट ब्लड भी डोनेट किया.

वहीं, यात्रियों के प्राथमिक उपचार के लिए निजी चिकित्‍सकों को भी सक्रिय किया. राहत कार्य में जुटे स्‍वयंसेवकों ने रेल दुर्घटना की सूचना अवध प्रांत के विश्‍व संवाद केंद्र अवध प्रमुख को दी. घटनास्थल पर संघ के गोंडा विभाग के विभाग प्रचारक प्रवीण, जिला प्रचारक अनिल, नंदनी नगर के जिला प्रचारक रवि, वि.शा.शि.प्रमुख गणेश, बलरामपुर सह जिला कार्यवाह शैलेंद्र, नंदनी नगर के जिला कार्यवाह रविंद्र मौजूद रहे.

ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश के गोंडा के पास चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतर जाने के कारण दो लोगों की मौत हो गई, जबकि अनेक लोग घायल हो गए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेकर स्थानीय प्रशासन को प्रभावित यात्रियों की हर संभव मदद का निर्देश दिया. उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि घायलों को उचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो. दुर्घटना के बाद डीएम नेहा शर्मा और एसपी विनीत जायसवाल के साथ अन्य अफसर मौके पर पहुंचे और राहत कार्य तेज कराया. डीएम ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जबकि घायलों का बेहतर उपचार कराया जा रहा है.

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