विधानसभा में विपक्ष का होना जरूरी है: संदीप दीक्षित

नई दिल्ली, 5 मार्च . कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित ने बुधवार को कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक देश में विपक्ष की अपनी एक अहम भूमिका होती है. लिहाजा मैं सत्तापक्ष के लोगों से कहना चाहूंगा कि वो विपक्ष के लोगों को रहने दें. उनके बिना विधानसभा में मजा नहीं आएगा.

उन्होंने से बातचीत में कहा कि अगर ऐसी स्थिति बन जाती है कि कोई विधानसभा में हल्ला करे और विधानसभा की मर्यादा का पालन न करे, तो ऐसी स्थिति में उस व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है.

उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष ही नहीं होगा, तो विधानसभा का मजा कैसे होगा. विधानसभा में विपक्ष का होना अनिवार्य है.

क्या भाजपा अब आम आदमी पार्टी के साथ वैसा ही व्यवहार कर रही है, जैसा आम आदमी पार्टी ने भाजपा के साथ किया था? इस पर संदीप दीक्षित ने कहा कि बिल्कुल इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में भाजपा का व्यवहार भी वैसा ही है. लेकिन, मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि इस तरह के व्यवहार की कोई आवश्यकता नहीं है. किसी भी लोकतांत्रिक देश में विपक्ष की भूमिका को कमतर आंकना किसी भी मायने में उचित नहीं है.

उन्होंने आगे कहा कि मैं कहना चाहूंगा कि अभी कौन-सा भाजपा कोई खास काम कर रही है. विधानसभा में ऐसा तो वो कोई जरूरी काम नहीं कर रही है. हमें कोशिश करनी चाहिए कि विधानसभा में पक्ष और विपक्ष दोनों के लिए अनुकूल माहौल रहे. विपक्ष को अपनी बात रखने का मौका मिले, क्योंकि जनता विपक्ष को भी जानना चाहती है. उनके विचारों के बारे में भी जनता जानने के लिए आतुर रहती है.

कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद द्वारा रोहित शर्मा के संदर्भ में की गई टिप्पणी पर संदीप दीक्षित ने कहा कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है, तो ऐसी स्थिति में मुझे नहीं लगता है कि इस पर किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया देना उचित रहेगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रमजान-ए-खुसरो कार्यक्रम में जाने को लेकर संदीप दीक्षित ने कहा कि यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि प्रधानमंत्री ऐसा करके दिखावा कर रहे हैं, जिसे अब मौजूदा समय में किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है. लेकिन, प्रधानमंत्री को ऐसा करके कुछ भी प्राप्त होने वाला नहीं है. हम इस बात को खारिज नहीं कर सकते हैं कि यह पार्टी सांप्रदायिकता पर ही बनी हुई है. ऐसे में इस तरह से किसी भी कार्यक्रम में जाने से क्या फर्क पड़ेगा.

वहीं, ट्रंप के संबोधन पर उन्होंने कहा कि उनके बारे में कुछ भी कह पाना मुश्किल है, क्योंकि वो सुबह कुछ और कहते हैं और शाम को कुछ और. मुझे लगता है कि मौजूदा समय में उनकी बातों की विश्वसनीयता अब सवालों के घेरे में आ चुकी है. ट्रंप तो पूरी दुनिया से झगड़ा कर रहे हैं. ऐसे में अब इसका क्या परिणाम होगा. यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.

एमएसपी को लेकर पंजाब में किसानों के विरोध पर संदीप दीक्षित ने कहा कि वहां तो आम आदमी पार्टी की सरकार है. ‘आप’ तो यह दावा करती है कि वो किसानों के हित के बारे में सोचती है. लेकिन, जिस तरह से मौजूदा समय में किसानों के साथ व्यवहार किया जा रहा है, उससे यह साफ जाहिर हो चुका है कि आम आदमी पार्टी भी किसान विरोधी पार्टी है.

एसएचके/केआर