सनातनी बच्चे कभी हलाला और खतना का शिकार नहीं होना चाहेंगे : हिंदू धर्मगुरु दिव्या गिरी

लखनऊ, 16 जुलाई . मौलाना तौकीर रजा द्वारा दिए गए विवादित बयान पर सियासत जारी है. इसको लेकर हिंदू धर्मगुरु दिव्या गिरी ने कहा, सनातनी बच्चे कभी हलाला और खतना का शिकार नहीं होना चाहेंगे.

लखनऊ मनकामेश्वर मंदिर की धर्मगुरु महंत दिव्या गिरी ने तौकीर रजा के विवादित बयान को लेकर से बात की.

मौलाना द्वारा 21 जून को हिंदू युवक-युवतियों का धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम समुदाय में शादी कराने के आयोजन को लेकर महंत दिव्या गिरी ने कहा, 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा है. इसमें सभी व्यस्त होते हैं, ऐसे में ये संभव है कि सुनियोजित ढंग और साजिश के तहत कार्यक्रम कराया जा रहा हो. अगर प्रशासन ये आदेश देता है तो कड़ा विरोध प्रदर्शन झेलना पड़ेगा.

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि मौलाना ने साजिश के तहत 21 जुलाई की डेट रखी है जिससे हिंदू धर्म के लोगों के संतों की सहभागिता न हो पाए. जल्द से जल्द इसे रोका जाए नहीं तो प्रशासन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.

मामले को लेकर मुरादाबाद भारतीय सूफी फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कशिश वारसी ने कहा कि मौलाना तौकीर रजा एक नई परम्परा कायम कर रहे हैं. देश संविधान से चलता है, लोग अपनी इच्छा से लव मैरिज कर रहे हैं, लेकिन बाकायदा ऐलान कर ये काम करा रहे हैं तो ये देश के साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की साजिश है, और नई परंपरा भी. तौकीर रजा को इस तरह का काम नहीं करना चाहिए, जो भी देश का माहौल खराब करने की कोशिश करे, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए.

तौकीर रजा के बयान पर मुस्लिम स्कॉलर मौलाना मुस्तजाब क़ादरी का कहना है कि इसमें न कोई मजहबी बंदिश है और न ही कानूनी बंदिश. अगर कोई भी अपनी मर्जी से इस्लाम धर्म में आना चाहता है तो उसका स्वागत है, इसमें परेशानी वाली क्या बात है. आए दिन मुस्लिम समुदाय के लड़के-लड़कियां धर्म परिवर्तन कर रहे हैं, वो अपनी मर्जी के मालिक हैं. डंडे के जोर पर या तलवार के बल पर न किसी को रोका जा सकता है और न ही बुलाया जा सकता है, न ही निकाला जा सकता है.

ऐलान कर धर्म परिवर्तन कराने के सवाल पर मौलाना मुस्तजाब क़ादरी ने कहा कि उनके पास लोग आए होंगे, मौलाना के पास लोग आते हैं, हमारे पास भी लोग आते हैं, साहब हम इस्लाम में दाखिल होना चाहते हैं ये तो अच्छी बात है कि मौलाना इस काम के लिए परमिशन ले रहे हैं.

बता दें कि इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के मुखिया मौलाना तौकीर रजा ने 15 जुलाई को विवादित बयान देते हुए कहा था कि वो बरेली में हिंदू युवक-युवतियों का धर्म परिवर्तन कर इस्लाम में प्रवेश कराएंगे और फिर उनकी शादी मुस्लिम लड़के-लड़कियों से कराएंगे. तौकीर रजा के इस बयान के बाद से बवाल जारी है. तमाम हिंदू संगठन इसका विरोध कर रहे हैं.

उन्होंने कहा था कि ऐसे हिंदू लड़के और लड़कियों की सामूहिक शादी का कार्यक्रम भी घोषित कर दिया गया है. उन्होंने बरेली के नगर मजिस्ट्रेट से आगामी 21 जुलाई को सामूहिक शादी कार्यक्रम आयोजन की अनुमति भी मांगी है.

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