संभल हिंसा : सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने की न्याय की मांग, गलत तरीके से नाम घसीटने का लगाया आरोप

नई दिल्ली, 26 मार्च . उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पिछले साल 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क के खिलाफ जारी किए गए नोटिस पर उन्होंने कहा कि मामले में उनका नाम गलत तरीके से घसीटा गया है.

बर्क ने कहा, “जब मुकदमा दर्ज हुआ और मेरा नाम गलत तरीके से इसमें शामिल किया गया, तो मैंने अखिलेश यादव के नेतृत्व में स्पीकर साहब से मुलाकात की थी. मैंने अपने साथ हुए अन्याय के बारे में चिंता जताई थी, क्योंकि मुझे सुरक्षा का अधिकार है. इस कारण हमने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की कि हमें न्याय मिले.”

बर्क ने कहा कि वह और उनके समर्थक पूरी तरह से न्यायिक प्रक्रिया में विश्वास रखते हैं और वह किसी भी गलतफहमी या अन्याय का विरोध करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि अब जब नोटिस जारी किया गया है, तो वह इसकी समीक्षा करेंगे और फिर इसके आधार पर आगे की कार्रवाई के लिए परामर्श करेंगे.

सांसद ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया के दौरान यह भी स्पष्ट किया कि उनका नाम अनावश्यक रूप से विवादों में घसीटा गया है और इस मामले का पूरी तरह से निष्पक्षता से समाधान होना चाहिए. बर्क ने कहा कि उन्हें इस मुद्दे पर न्याय मिलने तक उनकी कानूनी लड़ाई जारी रहेगी.

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के संभल जिले में 24 नवंबर को हुई हिंसा के मामले में समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क को पुलिस ने पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है. संभल पुलिस की एक टीम भारी पुलिस बल के साथ दीपा सराय स्थित उनके आवास पर नोटिस देने पहुंची, लेकिन सपा सांसद इस समय दिल्ली में हैं. अब खबर है कि उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम उन्हें नोटिस देने के लिए दिल्ली जा सकती है.

पीएसएम/एकेजे