अचार यूनिट से 40 हजार रुपये महीना कमा रहीं सांबा की शकुंतला देवी महिलाओं के लिए बनीं प्रेरणा

सांबा, 5 नवंबर . जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले के करथोली गांव की रहने वाली शकुंतला देवी आज के समय में महिलाओं के लिए प्रेरणा बनी हुई हैं. उन्होंने बागवानी विभाग से सरकारी योजना का लाभ लेकर अचार बनाने का एक यूनिट शुरू किया. उनका यह बिजनेस अब काफी सफल हो गया है और वह एक महीने में करीब 40 हजार रुपये कमा रही हैं.

इतना ही नहीं, उनके अचार की लोकप्रियता में भी इजाफा हुआ है, इसके चलते लोग उनके घर से ही अचार खरीदने पहुंच रहे हैं. शकुंतला देवी ने ना केवल खुद के लिए रोजगार का मार्ग प्रशस्त किया, बल्कि उन्होंने गांव की अन्य महिलाओं को भी रोजगार का अवसर प्रदान किया. उनके इस यूनिट में कई महिलाएं काम कर रही हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत हो रही है.

शकुंतला देवी ने बताया कि वह तीन सालों से अचार का बिजनेस कर रही हैं. शुरुआत में तो वह कम अचार बनाती थीं, लेकिन बाद में इसे और बढ़ाया. इस बिजनेस को बढ़ाने के लिए विभाग से संपर्क किया और मदद मिलने के बाद इस काम में और भी विस्तार किया.

उन्होंने कहा, “मैं अन्य महिलाओं से अपील करूंगी कि वह भी अपना घर बैठे काम शुरू कर सकती हैं, इसके लिए उन्हें विभाग से संपर्क करना होगा. मुझे करीब 60 फीसद सब्सिडी का लाभ मिला है और कुछ मशीन भी मुहैया कराई गई है. इस काम के लिए मेरी करीब 13 दिनों तक ट्रेनिंग भी चली, जिससे मैं अब अचार को आसानी से बना पाती हूं.”

शकुंतला देवी का कहना है कि अगर महिलाएं खुद पहल करें तो वे अपने परिवार और समाज में एक मजबूत पहचान बना सकती हैं. मेरी महीने की कमाई 30 से 40 हजार रुपये के बीच हो जाती है. अचार की लागत निकालने के बाद भी काफी पैसे बच जाते हैं. इसके अलावा हमारी यून‍िट में काम करने वाली महिलाओं को भी उनके काम के मुताबिक भुगतान कर दिया जाता है.

वहीं, विभागीय अधिकारी सुरिष्टा गौर ने बताया कि उनकी कोशिश है कि जिले भर की और महिलाओं को भी इस काम से जोड़ा जाए, ताकि उन्हें सरकार की योजना का लाभ मिल सके. मेरी शकुंतला देवी से भी ऐसे ही मुलाकात हुई थी. इसके बाद उन्हें सरकार की योजना के बारे में बताया गया और 60 फीसद सब्सिडी मिलने के बाद उन्होंने अपने काम को और भी विस्तार दिया. पहले वह महीने का 3 से 4 हजार रुपये कमाती थीं, लेकिन अब वह 35 से 40 हजार रुपये के बीच महीने का कमा रही हैं.

उन्होंने कहा, “सांबा जिले में 40 ऐसी महिलाएं है, जिन्होंने इस काम को अपनाया है और बागवानी विभाग की योजना का लाभ लिया है.”

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