लखनऊ, 20 नवंबर . उत्तर प्रदेश में आज 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान हो रहा है. इस बीच उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा है.
ब्रजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान चल रहा है. लेकिन समाजवादी पार्टी अपनी गुंडई और माफियागिरी से बाज नहीं आ रही है. सुबह से ही लगातार खबरें आ रही हैं कि समाजवादी पार्टी के गुंडे, माफिया और अराजक तत्व आम जनता को धमका रहे हैं.
मैनपुरी जनपद की करहल विधानसभा क्षेत्र में कल एक दलित बेटी को समाजवादी पार्टी के समर्थक उसको घर से बाइक पर बैठा कर ले गए. बाद में बोरे में उसका शव मिला. इस घटना ने देश को शर्मसार कर दिया है. वो दलित परिवार की बेटी है. दलित परिवार की बेटी से अत्याचार हुआ है. सपा पर हमेशा आरोप लगते रहे हैं कि वो हथियारों को, अपराधियों को प्रमोट करती है.
सपा के लोगों ने दलित बेटी की केवल इसलिए हत्या कर दी क्योंकि वो भारतीय जनता पार्टी को वोट देना चाहती थी. पीएम मोदी ने उनको कॉलोनी दी है, उस कारण उस बेटी का साफ-साफ कहना था कि वो भाजपा को वोट देगी. प्रशांत यादव नाम का शख्स बेटी को घर से लेकर गया. बेटी ने उससे कहा कि हम वोट करेंगे तो भाजपा को करेंगे, क्योंकि हमें कॉलोनी मिली है.
पीएम मोदी की गरीब कल्याण योजनाओं से प्रभावित होकर यदि कोई दलित परिवार, प्रदेश का आम नागरिक यदि भारतीय जनता पार्टी को वोट देना चाहता है तो यह ऐसा जघन्य अपराध करने का कम करेंगे. ये केवल पीडीए-पीडीए चिल्लाते हैं. ये पार्टी एक परिवार की पार्टी है. इनको पिछड़े समाज से कोई लेना देना नहीं है, दलित समाज से कोई लेना देना नहीं है.
डिप्टी सीएम ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के आशीर्वाद से गुंडे पलते और बढ़ते हैं. जब-जब प्रदेश में इनको सत्ता मिली है, इन्होंने अपराधियों को आगे बढ़ाने का कम किया है. जनता को धमका कर ये वोट लेना चाहते हैं.
कटेहरी सीट में इन्होंने आतंक बरपाने का काम किया है. जो लोग इनको वोट नहीं कर रहे हैं, उन्हें ये धमकाकर उनका वोट लेना चाहते हैं. खासकर इस चुनाव में हमने देखा है कि इनके समर्थक पुरुष बुर्का पहनकर मतदान करना चाहते हैं. भाजपा ने लगातार निर्वाचन आयोग से इस बात की शिकायत की है. ये बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होगा. लोकतंत्र में आप संविधान की प्रति लेकर केवल तमाशा दिखाना चाहते हैं और लोकतंत्र के महापर्व पर संविधान की धज्जियां उड़ने का कम करते हैं.
नौ सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. समाजवादी पार्टी लोकतंत्र की, संविधान की धज्जियां उड़ना चाहती है. दलित बेटी की हत्या कर दी गई है, इसकी जितनी निंदी की जाए कम है. दलित समाज कभी समाजवादी पार्टी को माफ नहीं करेगा. उन्होंने आरोप लगाया है कि समाजावादी पार्टी यादव समाज की पार्टी भी नहीं रह गई है. ये केवल एक कुनबे की पार्टी बनकर रह गई है. सपा मुखिया केवल अपने परिवार को प्रमोट करने का काम कर रहे हैं.
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एफजेड/