मुंबई, 31 जनवरी . कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने आम बजट से एक दिन पहले शुक्रवार को कहा कि पिछले 10 साल से भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार पिछड़ती जा रही, जिससे आम जनता पर महंगाई और बेरोजगारी का बोझ बढ़ रहा है.
सचिन सावंत ने कहा, “आज शेयर बाजार काफी गिर चुका है, क्योंकि विदेशी निवेश कम होता जा रहा है. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) समेत कई अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं यह संकेत दे रही हैं कि देश की अर्थव्यवस्था नकारात्मक फेज में जा रही है, बेरोजगारी चरम पर है. अगर देश की विकास दर नहीं बढ़ेगी, तो रोजगार के अवसर नहीं बनेंगे और बेरोजगारी की समस्या और विकराल होती जाएगी. महंगाई बढ़ती जा रही है, लेकिन सरकार के पास इससे निपटने के लिए कोई ठोस योजना नहीं है.”
सावंत ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण खुद विदेशों में जाकर यह पूछती हैं कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) भारत में क्यों नहीं आ रहा. इससे पता चलता है कि वह कितनी असहाय हैं? दरअसल, यह सवाल उन्हें खुद से और अपनी सरकार से पूछना चाहिए.
उन्होंने कहा, “हर बार बजट में बड़ी-बड़ी घोषणाएं की जाती हैं, लेकिन उन पर अमल के नाम पर कुछ नहीं होता. आम जनता को राहत देने की बजाय, सरकार टैक्स बढ़ा रही है. मेडिक्लेम जैसी आवश्यक सेवाओं पर भी 18 प्रतिशत जीएसटी लगाया जा रहा है, जो आम आदमी के लिए भारी पड़ रहा है. हम उम्मीद करते हैं कि सरकार इस बजट में महंगाई और बेरोजगारी से निपटने के लिए ठोस कदम उठाएगी और कर प्रणाली को सुधारेगी.”
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट सत्र की शुक्रवार को शुरुआत हो गई है. पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं.
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एससीएच/एकेजे