पूर्वी कांगो के वालिकाले शहर से ‘एम23’ विद्रोहियों का वापसी का ऐलान, रवांडा ने किया स्वागत

किगाली, 25 मार्च . रवांडा ने ‘मार्च 23 मूवमेंट (एम 23)’ विद्रोही समूह के वालिकाले शहर से हटने के फैसले का स्वागत किया, जिस पर उसने सप्ताह की शुरुआत में कब्जा कर लिया था. साथ ही कांगो सरकार के दुश्मनी को कम करने के निर्णय का भी स्वागत किया.

कांगो नदी गठबंधन, एक राजनीतिक-सैन्य गठबंधन है, जिसमें एम 23 विद्रोही शामिल हैं. इसने शनिवार को वालिकेल और आस-पास के क्षेत्रों से अपने बलों को ‘रिपॉजिशन’ करने के अपने फैसले की घोषणा की.

गठबंधन ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य शांति पहलों का समर्थन करना और पूर्वी डीआरसी में संघर्ष के मूल कारणों को संबोधित करने के लिए राजनीतिक संवाद के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाना है.

इसके जवाब में, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (डीआरसी) की सेना ने अपने आत्मरक्षा बलों से उसी दिन तनाव कम करने की अपील की, जिसमें शांति वार्ता को प्राथमिकता देने, लुआंडा और नैरोबी संवाद प्रक्रियाओं को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया गया.

रवांडा सरकार के प्रवक्ता के कार्यालय से एक बयान में कहा गया,”रवांडा चल रही शांति पहलों के समर्थन में वालिकेल से अपने बलों को हटाने की की एम23 की घोषणा का स्वागत करता है. इसके साथ ही डीआरसी की घोषणा का भी स्वागत करता है कि एफएआरडीसी (कांगो सरकार के बल) और वाज़ालेंडो (सरकार समर्थक मिलिशिया) के सभी आक्रामक अभियान रोक दिए जाएंगे.”

बयान में कहा गया है, “रवांडा सभी पक्षों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि प्रतिबद्धताओं का पालन सुनिश्चित किया जा सके.”

सिन्हुआ समाचार एजेंसी के मुताबिक पिछले साल अपने आक्रामक अभियान को तेज करने के बाद से, एम 23 विद्रोही समूह ने डीआरसी के पूर्वी उत्तरी किवु और दक्षिण किवु प्रांतों में बड़े क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया है.

डीआरसी ने रवांडा पर एम 23 विद्रोही समूह का समर्थन करने का आरोप लगाया है, जबकि किगाली ने इस दावे से इनकार किया है. बदले में, रवांडा ने डीआरसी की सेना पर रवांडा के विद्रोही समूह ‘डेमोक्रेटिक फोर्सेस फॉर द लिबरेशन ऑफ रवांडा’ के साथ सहयोग करने का आरोप लगाया, जिस पर 1994 के नरसंहार में शामिल होने का आरोप है.

एससीएच/एमके