सियोल, 12 अक्टूबर . उत्तर कोरिया में रूसी राजदूत एलेक्जेंडर मात्सेगोरा ने दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 76वीं वर्षगांठ से पहले द्विपक्षीय संबंधों को और बेहतर बनाने के लिए एक स्वागत समारोह का आयोजन किया है. यह जानकारी उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने जारी की.
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के हवाले से समाचार एजेंसी योनहाप ने बताया कि रूसी राजदूत एलेक्जेंडर मात्सेगोरा की मेजबानी में यह कार्यक्रम प्योंगयांग में शुक्रवार को आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में विदेश मंत्री चोई सोन-हुई उपस्थित रहे. दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 76वीं वर्षगांठ शनिवार को है.
उत्तर कोरिया और रूस के बीच इस साल जून के महीने में उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मौजूदगी में दोनों देशों के बीच शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इसके बाद दोनों देश सैन्य संबंधों के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में सहयोग को भी मजबूत कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि दोनों देशों ने एक नई साझेदारी संधि पर हस्ताक्षर किए, जिसमें आपसी रक्षा का एक क्लॉज भी शामिल है.
विदेश मंत्री चोई ने कहा, “कोरिया लोकतांत्रिक जनवादी गणराज्य (डीपीआरके)-रूस के बीच तीन शिखर बैठकें एक ऐतिहासिक घटना थी. इन बैठकों ने दोनों देशों के बीच मित्रता और एकता की सच्चाई को साबित किया. इन बैठकों की वजह से डीपीआरके-रूस संबंधों को एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी और अजेय मैत्रीपूर्ण संबंधों में विकास हुआ.”
उन्होंने आगे कहा कि रूसी सेना और लोग पुतिन के इर्द-गिर्द एकजुट होंगे और वह देश के संप्रभु अधिकारों और सुरक्षा की रक्षा करने में सफल होंगे.
उत्तर कोरिया में रूसी राजदूत एलेक्जेंडर मात्सेगोरा ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि दोनों नेताओं के बीच हस्ताक्षरित हुई यह संधि रणनीतिक और सामरिक परामर्श के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जो सहयोगात्मक संबंधों में दोनों देशों की साझेदारी को उच्चतम स्तर पर ले जाएगी.
उन्होंने आगे कहा, “हम देख रहे हैं कि रूस-डीपीआरके सहयोग विभिन्न क्षेत्रों में कितनी तेजी से विकसित हो रहा है.”
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पीएसएम/जीकेटी