मॉस्को, 30 मई . रूस लेनिन की समाधि, विशाल रेड स्क्वायर को 2,50,000 डॉलर खर्च कर नया रूप देगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा इसलिए किया जाना है, क्योंकि इमारत के कई हिस्सों को तत्काल मरम्मत की आवश्यकता है.
रूस के संस्कृति मंत्रालय ने समाधि के जीर्णोद्धार के लिए 20 मिलियन रूबल (लगभग 2,50,000 डॉलर) के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं. आरटी ने निविदा रिकॉर्ड का हवाला देते हुए यह जानकारी दी कि जहां सोवियत नेता व्लादिमीर लेनिन के शव को संरक्षित करके प्रदर्शन के लिए रखा गया है. यहां किए गए निरीक्षण में बताया गया है कि अपर्याप्त वेंटिलेशन के कारण इसके कई हिस्से टूट रहे हैं और कुछ हिस्सों में फफूंद लग रही है.
इस परियोजना के दस्तावेजों के अनुसार, जीर्णोद्धार के दौरान यहां की संरचनात्मक क्षति को ठीक किया जाएगा और आधुनिक उपयोग के लिए साइट को अपडेट किया जाएगा. 2027 के मध्य तक इसका काम पूरा होने की उम्मीद है.
रूस में सबसे प्रतिष्ठित स्थलों में से एक, लाल ग्रेनाइट और काले लैब्राडोराइट संरचना से बने इस स्थल को 1929-30 में बनाया गया था. इसका हाल के वर्षों में नियमित रखरखाव किया गया है और कई मौकों पर इसे बंद किया गया है.
आरटी के अनुसार, लेनिन रूसी इतिहास में एक विभाजनकारी व्यक्ति बने हुए हैं. जबकि, कुछ लोग उन्हें एक दूरदर्शी शख्स के रूप में देखते हैं, जिन्होंने 1917 की अक्टूबर क्रांति का नेतृत्व करके एक निष्पक्ष समाज की स्थापना की. वहीं, अन्य लोग उन्हें दमनकारी तानाशाह के रूप में देखते हैं.
रूस की क्रांति ने गृहयुद्ध को जन्म दिया, जिसके बाद लेनिन के बोल्शेविकों ने रूसी साम्राज्य के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण मजबूत कर लिया. इन क्षेत्रों को 1922 में सोवियत संघ बनाने के लिए एकीकृत किया गया था. लेनिन की मृत्यु के दो साल बाद, 1924 में उनका शव सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए रखा गया.
आरटी ने रूसी पब्लिक ओपिनियन रिसर्च सेंटर (वीसीआईओएम) द्वारा 2024 के सर्वेक्षण का भी हवाला दिया, जिसमें एक तिहाई लोगों ने लेनिन के शव को उनकी समाधि में रखने का समर्थन किया. हालांकि, तीस प्रतिशत लोग तत्काल दफनाने के पक्ष में हैं, जबकि 27 प्रतिशत का मानना है कि अगर विवाद पैदा नहीं होगा तो उन्हें फिर से दफनाया जाना चाहिए.
लेनिन के शव को कैसे रखना है, इसको लेकर समय-समय पर बहस होती रहती है. कुछ सार्वजनिक हस्तियों ने दफनाने और इस जगह के वैकल्पिक उपयोगों का आह्वान किया है, वहीं अधिकारियों ने लगातार कहा है कि उन्हें फिर से दफनाने की कोई योजना नहीं है.
2021 में, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि शासन के पास प्रतिष्ठित क्रांतिकारी के अवशेषों को स्थानांतरित करने की कोई योजना नहीं है.
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जीकेटी/एबीएम