Mumbai , 5 अक्टूबर . भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पर तीखा हमला बोला है. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश के उस बयान की कड़ी आलोचना की, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि रूस India की भावनाओं की अनदेखी करते हुए Pakistan को जेएफ-17 लड़ाकू विमानों के लिए आरडी-93 एमए इंजन की आपूर्ति कर रहा है.
तुहिन सिन्हा ने इसे पूरी तरह निराधार और तथ्यहीन करार देते हुए कहा कि रूस ने इस दावे का खंडन किया है. उन्होंने सवाल उठाया कि कांग्रेस बार-बार बिना सबूत के Pakistan समर्थक बयानबाजी क्यों कर रही है, खासकर तब जब India और रूस के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध हैं और रूसी President व्लादिमीर पुतिन के दिसंबर में India दौरे की तैयारियां चल रही हैं.
तुहिन सिन्हा ने कहा, “Saturday को कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पूरी तरह से निराधार आरोप लगाया कि रूस India की भावनाओं की अनदेखी कर रहा है और Pakistan को जेएफ-17 लड़ाकू विमानों के लिए आरडी-93 एमए इंजन की आपूर्ति कर रहा है. आज रूस ने इस दावे का पूरी तरह से खंडन किया है. एक बार फिर सवाल उठता है कि कांग्रेस पार्टी तथ्यों की पुष्टि किए बिना या कोई सबूत दिए बिना Pakistan समर्थक कहानी को क्यों बढ़ावा दे रही है? इसके अलावा रूस और India के बीच बहुत सौहार्दपूर्ण संबंध हैं और रूसी President पुतिन के दिसंबर में India आने का कार्यक्रम है तो कांग्रेस पार्टी रूस और India के बीच गलतफहमी पैदा करने की कोशिश क्यों कर रही है?”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस का यह रवैया निंदनीय है. बिना तथ्यों की जांच किए वे ऐसी कहानियां गढ़ती है जो India के हितों के खिलाफ हैं. रूस ने स्पष्ट कर दिया है कि जेएफ-17 इंजन को लेकर कोई सहयोग Pakistan के साथ नहीं है. फिर भी कांग्रेस ऐसी बयानबाजी क्यों कर रही है? क्या उनका मकसद भारत-रूस संबंधों को कमजोर करना है?”
इसके साथ ही, तुहिन सिन्हा ने इंडिया गठबंधन की एकजुटता पर भी सवाल उठाए. उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के हालिया बयान का हवाला दिया, जिसमें केजरीवाल ने कहा कि भविष्य में कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा.
उन्होंने कहा, “आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भविष्य में कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा. इससे एक बार फिर साबित होता है कि ‘इंडिया गठबंधन’ एक भ्रम है, एक मिथक है. ये पार्टियां सिर्फ Prime Minister मोदी के विरोध के कारण एक साथ आती हैं और जब चुनावों में हार का सामना करती हैं तो अलग-अलग रास्ते अपना लेती हैं. अगले महीने होने वाले बिहार चुनावों में भी यही पैटर्न देखने को मिलेगा. राजद और कांग्रेस के बीच गठबंधन सिर्फ मोदी-विरोधी भावना के आधार पर है और एक बार ये पार्टियां हार जाएंगी तो एक-दूसरे पर हमला करेंगी और सिर्फ गालियां देगी. इंडिया गठबंधन की एकता केवल दिखावटी है और बिहार विधानसभा चुनाव के बाद यह गठबंधन पूरी तरह बिखर जाएगा. जनता इन पार्टियों की अवसरवादी राजनीति को समझ चुकी है और 2027 के चुनावों में इसका जवाब देगी.”
तुहिन सिन्हा ने प्रशांत किशोर पर भी निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशांत किशोर कांग्रेस की ‘बी टीम’ की तरह काम कर रहे हैं. क्या बिहार चुनाव में किशोर को कांग्रेस ने आर्थिक समर्थन दिया है, क्योंकि कांग्रेस को पता है कि वह बिहार में कमजोर स्थिति में है.
उन्होंने कहा, “प्रशांत किशोर चुनाव के बीच अपनी कमाई का बखान कर रहे हैं. यह संदेह पैदा करता है कि क्या कांग्रेस ने उन्हें बिहार में सक्रिय करने के लिए फंडिंग की है?”
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एकेएस/डीकेपी