सोल, 29 मई . सोल के विदेश मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी एक अंतरराष्ट्रीय निगरानी रिपोर्ट में बताया गया है कि रूस ने पिछले साल के आखिर से उत्तर कोरिया को अपनी वायु रक्षा प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध जैमिंग डिवाइस और अन्य सैन्य सहायता प्रदान की है, जो उनके गहरे होते संबंधों के बीच संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का घोर उल्लंघन है.
बहुपक्षीय प्रतिबंध निगरानी दल (एमएसएमटी) ने प्रतिबंधों के प्रवर्तन (लागू करने की क्रिया या प्रक्रिया) पर अपनी पहली रिपोर्ट में कहा कि नवंबर 2024 से, मास्को ने कम से कम एक पैंटिर मोबाइल वायु रक्षा प्रणाली और एक पैंटिर श्रेणी का लड़ाकू वाहन प्योंगयांग को यहां लगाया है. एमएसएमटी की स्थापना पिछले साल अक्टूबर में दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका की पहल पर उत्तर कोरियाई प्रतिबंधों की निगरानी पर संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों के पैनल के वैकल्पिक ढांचे के रूप में की गई थी. रूस के वीटो के कारण उसी वर्ष मार्च में पैनल को भंग कर दिया गया था.
दक्षिण कोरिया और अमेरिका के अलावा, नौ अन्य देश इसमें शामिल हो गए हैं, जिसमें ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, नीदरलैंड और न्यूजीलैंड हैं.
रूस और उत्तर कोरिया के बीच अवैध सैन्य सहयोग पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करने वाली यह रिपोर्ट, प्रतिबंधों के प्रवर्तन पर एमएसएमटी का पहला आकलन है.
निष्कर्ष इसमें भाग लेने वाले देशों द्वारा प्रदान की गई खुफिया और अन्य जानकारी और निजी शोध संस्थानों के डेटा पर आधारित थे.
पैंटिर मिसाइल प्रणाली स्व-चालित, मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और विमान-रोधी तोपखाना प्रणालियों से बनी है.
रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि उत्तर कोरिया ने सितंबर 2023 से रूस को 20,000 से अधिक कंटेनरों के माध्यम से सैन्य सामग्री की आपूर्ति की है.
योनहाप समाचार एजेंसी ने बताया कि शिपमेंट में लगभग 9 मिलियन राउंड आर्टिलरी और मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर गोला-बारूद, 100 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल और 200 से अधिक भारी तोपखाने, साथ ही एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल और रॉकेट शामिल हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि ये हस्तांतरण तीन पूर्ण ब्रिगेड को हथियारों से लैस करने के लिए पर्याप्त हैं.
नवंबर और दिसंबर 2023 के बीच हथियारों के हस्तांतरण के लिए रूसी परिवहन विमानों का इस्तेमाल किया गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें रूसी परिवहन विमानन कमान के तीन आईएल-76 और तीन एएन-124 सैन्य विमान शामिल हैं.
रूस ने प्योंगयांग की मिसाइल मार्गदर्शन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए उत्तर कोरिया को मिसाइल प्रदर्शन डेटा और तकनीकी सहायता भी प्रदान की है, जो प्योंगयांग के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के प्रस्तावों का स्पष्ट उल्लंघन है, जिसके लिए रूस ने खुद एक स्थायी यूएनएससी सदस्य के रूप में मतदान किया था.
रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरिया ने 2024 में रूस को 11,000 से अधिक सैनिक भेजे, जिनमें से हाल ही में 3,000 अतिरिक्त सैनिक भेजे गए.
रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों देशों के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के बीच उच्च स्तरीय आदान-प्रदान हुआ है, जो पिछले साल जून में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन के बीच द्विपक्षीय रक्षा संधि पर हस्ताक्षर के बाद संबंधों को गहरा करने का संकेत देता है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस ने पिछले साल मार्च और अक्टूबर के बीच उत्तर कोरिया को 1 मिलियन बैरल से अधिक ईंधन उपलब्ध कराया. यूएनएससी प्रतिबंधों ने उत्तर कोरिया के परिष्कृत पेट्रोलियम के वार्षिक आयात को 5,00,000 बैरल तक सीमित कर दिया है. निर्माण, आईटी और अन्य क्षेत्रों में काम करने के लिए लगभग 8,000 उत्तर कोरियाई श्रमिकों को रूस भेजा गया है, जो विदेशों में उत्तर कोरियाई लोगों को काम पर रखने पर प्रतिबंध का भी उल्लंघन है.
रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि दोनों देशों के बीच वित्तीय लेन-देन जॉर्जिया में रूस समर्थित स्वायत्त राज्य दक्षिण ओसेशिया में स्थापित उत्तर कोरिया के स्वामित्व वाले बैंक खातों के माध्यम से किया जा रहा है.
–
जीकेटी/