बुखारेस्ट, 25 नवंबर . रोमानिया के राष्ट्रपति चुनाव में स्वतंत्र उम्मीदवार कैलिन जॉर्जेस्कु ने बढ़त हासिल कर सबको चौंका दिया है. उन्हें 77 प्रतिशत मतों की गिनती के बाद 21.9 फीसदी वोट मिले हैं. सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री मार्सेल सिओलाकू 21.3 प्रतिशत वोट के साथ पीछे चल रहे हैं.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, सेव रोमानिया यूनियन की नेता एलेना लासकोनी 16.3 प्रतिशत वोट के साथ तीसरे नंबर पर हैं. वहीं रोमानियन यूनियन के लिए गठबंधन के नेता जॉर्ज सिमियन को 14.5 फीसदी वोट मिले हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जॉर्जेसकू की अपनी कोई पार्टी नहीं है. उन्होंने मुख्य रूप से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिकटॉक पर प्रचार किया. जॉर्जेस्कू को रूस समर्थक और यूरोपीय संघ व नाटो का आलोचक माना जाता है.
बुखारेस्ट जैसे प्रमुख क्षेत्रों में वोटों की गिनती अभी होना बाकी है. इन इलाकों में कुल मिलाकर 2.8 मिलियन वोटों में से 1.7 मिलियन वोट आते हैं. उम्मीद है कि इन क्षेत्रों के मतों की गिनती चुनाव के पहले दौर के नतीजों को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करेगी.
एग्जिट पोल संकेत देते हैं कि लास्कोनी इन क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं, जिससे संभवतः सिओलाकू के साथ उनके वोटों का अंतर कम हो सकता है. यदि वह उनसे आगे निकल जाती हैं, तो अंतिम रनऑफ जॉर्जेस्कु-सिओलाकू की जगह जॉर्जेस्कु-लास्कोनी के बीच होगा.
विश्लेषकों का मानना है कि अभी भी काफी संख्या में मतों की गिनती होनी बाकी है इसकी अंतिम स्थिति का अंदाजा लगाना मुश्किल है. रनऑफ में जॉर्जेस्कू को कौन चुनौती देगा, निर्णायक क्षेत्रों से बिना गिने वोटों पर निर्भर करता है. अंतिम परिणामों का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है.
रोमानियाई संविधान के अनुसार, यदि कोई भी उम्मीदवार बहुमत प्राप्त नहीं करता है, तो दो सप्ताह में शीर्ष दो दावेदारों के बीच पुनर्मतदान कराया जाएगा. जिस उम्मीदवार को सबसे अधिक वैध वोट मिलेंगे, वह विजेता होगा.
बहुत मुमकिन है कि राष्ट्रपति पद की दौड़ 8 दिसंबर को दूसरे दौर में जाए लेकिन इससे पहले 1 दिसंबर को संसदीय चुनाव के लिए भी मतदान होगा. इसका मतलब है कि 2024 के समाप्त होने से पहले रोमानिया का पूरा राजनीतिक परिदृश्य बहुत अलग दिख सकता है.
रोमानिया के राष्ट्रपति का कार्यकाल पांच साल का होता है, जिसमें अधिकतम दो लगातार कार्यकाल की अनुमति होती है.
–
एमके/