अपने आलोचकों को बल्ले से जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार दिखाई दिए रोहित : जतिन परांजपे

नई दिल्ली, 10 फरवरी . भारत के कप्तान रोहित शर्मा पिछले छह महीनों से खराब फॉर्म के कारण आलोचना झेल रहे थे, लेकिन उन्होंने कटक में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए मैच में अपनी शानदार बल्लेबाजी से सभी सवालों का जवाब दे दिया. रोहित ने 90 गेंदों में 119 रनों की जबरदस्त पारी खेली और भारत को चार विकेट से जीत दिलाकर सीरीज 2-0 से अपने नाम करने में अहम भूमिका निभाई. यह उनका 32वां वनडे शतक था.

भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी और चयनकर्ता जतिन परांजपे, जो वर्तमान में बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य हैं, ने कहा कि वह रोहित को अपने बेहतरीन अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए देखकर बेहद खुश थे.

उन्होंने सोमवार को से बात करते हुए कहा, “रोहित ने न केवल अपने लिए बल्कि टीम के लिए भी इस शानदार शुरुआत को बड़े स्कोर में बदला और सीरीज जीतना सुनिश्चित किया. उनकी आंखों में एक अलग ही आत्मविश्वास दिख रहा था, जिससे साफ था कि वे अपने आलोचकों को जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार थे.”

इस मुकाबले में भारत ने कलाई के स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को वनडे में पहली बार खेलने का मौका दिया. इससे पहले उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 4-1 से जीती गई टी20 सीरीज में 14 विकेट लिए थे और विजय हजारे ट्रॉफी में तमिलनाडु के लिए 18 विकेट चटकाए थे. रोहित ने पहले ही इशारा किया था कि वरुण को चैंपियंस ट्रॉफी टीम में मौका मिल सकता है, और उन्होंने इस मैच में 10 ओवर में 54 रन देकर एक विकेट लिया जो एक बड़े स्कोर के मैच में खराब शुरुआत नहीं है.

परांजपे, जो खेलोमोर के सह-संस्थापक भी हैं, ने कहा कि वरुण की सबसे बड़ी ताकत उनकी सटीक गेंदबाजी और बल्लेबाजों पर दबाव बनाने की क्षमता है. उन्होंने कहा, “वरुण की सबसे बड़ी खासियत उनकी सटीकता है. उनकी सभी गेंदें एक ही क्षेत्र में गिरती हैं, जिससे बल्लेबाजों को बड़े शॉट खेलने का समय नहीं मिलता. उनके पास दो-तीन तरह की विविधताएं भी हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज अभी भी तालमेल बैठा रहे हैं.”

उन्होंने आगे कहा कि वरुण के पास अपनी गेंदबाजी में लगातार सुधार करने की समझदारी है और वह भारतीय टीम के लिए एक बड़ी खोज साबित हो सकते हैं. परांजपे ने कहा, “मुझे आश्चर्य होगा अगर वरुण को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में शामिल नहीं किया जाता.”

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