कर्नल पुष्पेंद्र बाथ और उनके बेटे के साथ मारपीट निंदनीय, दोषियों के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई : रोहित चौधरी

नई दिल्ली, 22 मार्च . कांग्रेस पार्टी ने पंजाब के पटियाला में एक सैन्य अधिकारी कर्नल पुष्पेंद्र बाथ और उनके बेटे के साथ पुलिस द्वारा की गई बर्बरतापूर्वक मारपीट की कड़ी निंदा की है. पार्टी ने दोषी अधिकारियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है.

कांग्रेस पार्टी के सैनिक विभाग के पूर्व अध्यक्ष कर्नल रोहित चौधरी और पंजाब के सह-प्रभारी राष्ट्रीय सचिव आलोक शर्मा ने नई दिल्ली स्थित कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में इस घटना को लेकर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) और पंजाब प्रशासन ने इस घटना को दबाने की कोशिश की.

उन्होंने बताया कि घटना के बाद चार दिनों तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई और एसपी से मिलने का समय भी नहीं दिया गया. इसके अलावा, जिस ढाबे पर यह घटना घटी, उसके मालिक पर अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने का दबाव भी बनाया गया, ताकि असली दोषियों को बचाया जा सके.

कांग्रेस नेताओं ने पटियाला के एसएसपी नानक सिंह पर भी सवाल उठाए. उन्होंने आरोप लगाया कि एसएसपी नानक सिंह को पहले भी अक्षमता के कारण पटियाला से हटाया जा चुका था और उनकी मुख्यमंत्री भगवंत मान से नजदीकियों की भी चर्चा की. कांग्रेस ने यह भी कहा कि इस घटना से पंजाब की कानून व्यवस्था की स्थिति उजागर होती है, जहां नशे का जाल फैला हुआ है और पुलिस के गुंडा राज से लोग आतंकित हैं.

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार पूरी तरह से दोषी है और इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने पंजाब का बेड़ा गर्क कर दिया है और पूरे राज्य में नशे के कारोबार और अपराधों की स्थिति को नजरअंदाज किया है.

इसके अलावा, कांग्रेस ने भाजपा शासित प्रदेशों में भी सेना के जवानों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के साथ हो रही आपराधिक वारदातों का जिक्र किया, जैसे जयपुर, मऊ, भुवनेश्वर और मणिपुर में. पार्टी ने इस तरह के कृत्यों को सेना का मनोबल गिराने के रूप में देखा और इसे स्वीकार्य नहीं बताया.

कांग्रेस नेताओं ने मांग की कि पटियाला में कर्नल पर हमले के मामले में एसएसपी नानक सिंह को एफआईआर में नामजद किया जाए और सभी दोषी पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तार कर बर्खास्त किया जाए. इसके अलावा, इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की भी मांग की. कांग्रेस ने सेना के वरिष्ठ अधिकारियों को एसआईटी में शामिल करने की भी अपील की और सेना प्रमुख से राष्ट्रपति से मिलकर इन घटनाओं को रोकने की बात करने की सलाह दी.

कांग्रेस ने यह भी मांग की कि पूर्व सैनिक आयोग का गठन किया जाए, जो सैनिकों की शिकायतों का समाधान कर सके और उनके लिए विशेष सुरक्षा प्रावधान बनाए जाएं. पार्टी ने इस संबंध में एक ऐसा कानून बनाने की बात की, जो सैनिकों और उनके परिवारों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार को रोक सके, जैसा कि अन्य देशों में होता है.

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