रोहतास, 23 मई . राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के वरिष्ठ नेता जाहिद परवेज उर्फ कक्कू खान की मौजूदगी में रोहतास जिले के डिहरी में संवैधानिक अधिकार परिसीमन सुधार महारैली की समीक्षा बैठक की गई.
इस बैठक में 25 मई को बिक्रमगंज में होने वाली महारैली की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया. कक्कू खान ने दावा किया कि यह महारैली ऐतिहासिक होगी और पार्टी अपनी एकजुटता का प्रदर्शन करेगी.
खान ने कहा कि पार्टी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में संवैधानिक अधिकार और परिसीमन सुधार की मांग को हर हाल में पूरा किया जाएगा. परिसीमन सुधार का मुद्दा अब तक किसी भी राजनीतिक दल ने प्रमुखता से नहीं उठाया, लेकिन आरएलएम इस मुद्दे को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है. इस महारैली के माध्यम से न केवल परिसीमन सुधार की मांग को बल मिलेगा, बल्कि चुनावी वर्ष में पार्टी की एकता और ताकत को भी प्रदर्शित किया जाएगा.
उन्होंने कहा, “रोहतास की धरती से परिसीमन सुधार की हुंकार भरी जाएगी. यह मांग पूरी होने तक हमारा जागरूकता अभियान निरंतर जारी रहेगा. महारैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम जनता में भी इस मुद्दे को लेकर जबरदस्त उत्साह है, जिससे यह आयोजन अभूतपूर्व समर्थन प्राप्त करेगा.”
महारैली की तैयारियों के तहत बिक्रमगंज में व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. स्थानीय कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं और जनता को परिसीमन सुधार के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं. आरएलएम का दावा है कि यह महारैली न केवल रोहतास बल्कि पूरे बिहार में एक नया राजनीतिक संदेश देगी.
वहीं, आरएलएम प्रमुख और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने बीते दिनों नक्सलवाद के मुद्दे पर भी अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि नक्सली घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई है और भारत सरकार इसे सर्वोच्च प्राथमिकता के रूप में ले रही है. नक्सल आंदोलन जो कभी विचारधारा से प्रेरित था, अब केवल हिंसक गतिविधियों तक सीमित हो गया है. इस खतरे को पूरी तरह समाप्त किया जाएगा. नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं.
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एकेएस/केआर