नई दिल्ली, 12 सितंबर . बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है. इसी कड़ी में बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार की कानून व्यवस्था को विफल बताते हुए कहा कि सीएम नीतीश कुमार सुषुप्त अवस्था में हैं.
उनके इस बयान पर जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने पलटवार करते हुए कहा कि सत्ता में जो आने की स्थिति में नहीं होते हैं, वह ऐसे ही आसमानी बातें और वादे करते हैं, तेजस्वी यादव को पता है उनकी पार्टी का जनाधार समाप्त हो रहा है. उनके नेता और कार्यकर्ता लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं. हालात उनकी पार्टी के खिलाफ बन रहे हैं.
साल 2010 में उनकी पार्टी के 22 विधायक थे, उसी दिशा में राष्ट्रीय जनता दल एक बार जाता हुआ दिखाई दे रहा है. इसलिए उनके बयानों और वादों पर किसको यकीन होगा? मुझे लगता है कि तेजस्वी यादव के बयान पर जनता को एतबार नहीं होगा.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए राजीव रंजन ने कहा कि वो हमारी सरकार को बैसाखियों पर टिकी हुई सरकार बताते हैं. हम उन्हें 99 सांसदों की पार्टी मानते हैं. उनकी पार्टी को जादुई आंकड़ा पार करने के लिए लंबी प्रतीक्षा करनी होगी, यह मसला 20 सीटों का नहीं है.
जेडीयू प्रवक्ता ने कहा, पश्चिम बंगाल में टीएमसी उनके साथ चुनाव नहीं लड़ती है. आप ने पंजाब में उनके साथ चुनाव लड़ने से मना कर दिया. लेफ्ट पूरे देश में कांग्रेस के सामने में खड़ा है, तो उनकी संख्या क्या हो सकती है, यह समझा जा सकता है. देश की जनता ने पीएम मोदी को जनादेश दिया है और उनके नेतृत्व में सरकार जनहित के काम कर रही है. भ्रामक तथ्यों के आधार पर कांग्रेस पार्टी जो सियासत करना चाह रही है, उसको जारी रखना उनके लिए आसान नहीं होगा.
दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को कहा कि अगर विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन ने लोकसभा चुनाव में 20 सीट और जीत ली होती, तो भाजपा के नेता जेल में होते. उनके इस बयान पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि खड़गे का बयान कांग्रेस की ‘आपातकाल’ वाली मानसिकता को दर्शाता है.
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एकेएस/