पटना, 1 अप्रैल . केंद्र सरकार बुधवार को लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पेश कर सकती है. लेकिन, विधेयक पेश होने से पहले ही सियासत गर्म है. विपक्षी दलों के नेता इस विधेयक को मुस्लिम विरोधी बता रहे हैं, तो सत्ता पक्ष के नेताओं ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए इसे मुस्लिमों के हित में बताया है.
इस बीच, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की सांसद मीसा भारती ने कहा कि राजद शुरू से ही वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में है. सदन में भी राजद इसका विरोध करेगी.
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि राजद का स्टैंड साफ है, लेकिन जदयू अपना स्टैंड साफ क्यों नहीं कर रही है? जदयू को बताना चाहिए कि वह इस विधेयक के पक्ष में है या विरोध में. उन्हें साफ बताना चाहिए. खासतौर पर बिहार की जनता टकटकी लगाकर नीतीश कुमार और जदयू की ओर देख रही है.
उन्होंने आगे कहा कि बिहार सरकार के मुख्यमंत्री कौन हैं, यही समझ में नहीं आ रहा है. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं भी या नहीं . उन्होंने एक बैठक का भी जिक्र करते हुए कहा कि आप लोग खुद देख लीजिए कि बैठक कौन ले रहा है. मुझे लगता है कि दिल्ली की जो जदयू है, वह पूरी तरह भाजपा की हो चुकी है.
उन्होंने आशंका व्यक्त की है कि जेपीसी में जो संशोधन लाया गया है, वह भी सरकार शामिल नहीं करेगी.
पाटलिपुत्र की सांसद मीसा भारती ने महागठबंधन में किसी तरह के मतभेद से इनकार करते हुए कहा कि महागठबंधन एकजुट है. हमारे गठबंधन की कोई चिंता न करे, जदयू और एनडीए अपनी चिंता करें.
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि एनडीए में मुख्यमंत्री का उम्मीदवार कौन होगा? नेतृत्व में चुनाव लड़ना अलग बात है, लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा?
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एमएनपी/एबीएम