राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने उपेंद्र कुशवाहा के बयान का किया समर्थन, कहा- सब कुछ ठीक नहीं

Patna, 15 अक्टूबर . राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने राष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि एनडीए में कुछ ठीक नहीं चल रहा है.

समाचार एजेंसी से बातचीत में मृत्युंजय तिवारी ने उपेंद्र कुशवाहा के बयान के संदर्भ में कहा कि वे बिल्कुल ठीक कह रहे हैं. उनकी बातों में 100 फीसद सत्यता है, जिसे किसी भी कीमत पर खारिज नहीं किया जा सकता है.

उन्होंने दावा किया कि ना सिर्फ एनडीए, बल्कि मैं कहता हूं कि भाजपा में भी कुछ ठीक नहीं चल रहा है. स्थिति बिल्कुल विपरीत हो चुकी है, जिसका खामियाजा इन लोगों को आगामी चुनाव में निश्चित तौर पर भुगतना होगा.

उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में एनडीए में आग लगने वाली है और यह आग इतनी भयंकर होगी कि कई लोग इसके जद में आएंगे. इसका खामियाजा कई लोगों को भुगतना होगा. मैं यह बात आज से नहीं, बल्कि पिछले लंबे समय से कह रहा हूं कि एनडीए में कुछ ठीक नहीं चल रहा है. लेकिन, अफसोस, कुछ लोग इसे गंभीरता से लेने की जहमत ही नहीं उठा रहे हैं और अब उपेंद्र कुशवाहा ने खुद अग्रिम पंक्ति पर सामने आकर इस बात को स्वीकार किया है कि एनडीए में कुछ भी ठीक नहीं है.

मृत्युंजय तिवारी ने एनडीए को ‘डूबती नईया’ बताया और कहा कि इस नाव में सवार सभी लोग डूबने वाले हैं. ऐसे में समझदार लोग नाव से उतर जाएंगे, क्योंकि उन्हें पता है कि उनका कोई भविष्य नहीं है.

राजद नेता ने दावा किया कि इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की जीत होने जा रही है. बिहार की मौजूदा Political स्थिति हमारे पक्ष में है. हमें जीत का झंडा बुलंद करने से कोई नहीं रोक सकता है. सूबे की जनता का साथ इस बार हमें मिलने जा रहा है.

उन्होंने कहा कि हमारे नेता तेजस्वी यादव ने स्पष्ट किया है कि इस बार प्रदेश में जाति और धर्म के नाम पर कोई भी मतदान नहीं करेगा. इस बार लोगों के सामने रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दे मायने रखते हैं. आगामी चुनाव में यही मुद्दे प्रदेश की Political रूपरेखा निर्धारित करने जा रहे हैं. लेकिन, मुझे इस बात का अफसोस है कि एनडीए के लोग इसे स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव में विरोधियों का कोई भी मुद्दा काम नहीं आने वाला है. अगर किसी भी प्रकार का हथकंडा अपनाने की कोशिश करेंगे, तो मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि उन्हें निराशा ही हाथ लगेगी. इसके अलावा, उन्हें कुछ भी प्राप्त होने वाला नहीं है.

एसएचके/एएस