पटना, 29 जनवरी . राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राज्यसभा सांसद संजय यादव ने बुधवार तड़के उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में हुई भगदड़ पर गहरा दुख व्यक्त किया. इस घटना में कई श्रद्धालुओं की जान चली गई और कई अन्य घायल हैं.
संजय यादव ने से कहा, “मौनी अमावस्या के पावन स्नान के अवसर पर प्रात: काल जो भगदड़ की घटना घटी, वह अत्यंत दुखद और हृदय विदारक है. इस घटना में जिनकी मौत हुई है हम सभी के प्रति हम अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं.”
इसके साथ ही संजय यादव ने महाकुंभ के आयोजन को लेकर शासन और प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि यह गंभीर चूक का मामला है. आप करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं को आमंत्रित करते हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए उचित व्यवस्था नहीं की जाती. सरकार करोड़ों रुपये प्रचार-प्रसार में खर्च करती है, लेकिन धरातल पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा का जिम्मा आप नहीं ले पा रहे हैं. यह सरकार की नाकामी है. पहले भी कुंभ आयोजन हुए हैं, लेकिन उस समय ऐसी अव्यवस्थाएं और कुप्रबंधन नहीं थीं. उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए निश्चित तौर पर “महाकुंभ की प्रबंधक उत्तर प्रदेश की योगी सरकार” जिम्मेदार है.
वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर बनी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) में विपक्षी सांसदों की नाराजगी पर संजय यादव ने कहा कि लोकतंत्र में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. जेपीसी में एनडीए के सांसदों के संशोधनों को तो महत्व दिया गया, लेकिन विपक्ष के सांसदों की आवाज को नजरअंदाज किया गया. क्या यही दिन देखने के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने कुर्बानियां दी थीं? क्या संविधान निर्माताओं ने यही सोचा था.
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और चिराग पासवान से बात कीजिए. नीतीश कुमार अब किस मुंह से मुसलमानों का वोट मांगने जाएंगे.
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पीएसके/एकेजे