नई दिल्ली, 22 जून . राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद मनोज झा ने ईरान पर अमेरिकी हमले को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए केंद्र सरकार से इस मुद्दे पर अपनी राय स्पष्ट करने की मांग की है.
राजद सांसद मनोज झा ने रविवार को समाचार एजेंसी से बातचीत की. उन्होंने कहा कि जिस तरह से अमेरिका ने ईरान पर हमला किया है, इस पूरी घटना को मैं “बहुत दुर्भाग्यपूर्ण” मानता हूं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव के बयान का सार यह है कि यह गलत है और पूरी तरह से आक्रामकता का कार्य है.
पाकिस्तान को निशाने पर लेते हुए राजद सांसद ने कहा कि दुर्भाग्य की बात यह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल पुरस्कार देने के लिए हमारा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान पहल कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस वैश्विक उथल-पुथल के दौर में भारत का रुख स्पष्ट होना चाहिए. महात्मा गांधी के शब्दों के अनुरूप अगर हम अपनी नीति हमें सत्य के साथ खड़े रहना चाहिए, दुनिया में एक संदेश जाना चाहिए.
मनोज झा ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति भारत-पाक सीजफायर को लेकर 17 बार से ज्यादा मध्यस्थता कराने की बात कह चुके हैं. एक “रियल एस्टेट व्यापारी” की समझ यह है कि वह बमबारी कर शांति बहाल करना चाहते हैं. ऐसे समय में भारत का रुख स्पष्ट होना बेहद जरूरी हो जाता है. उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने का क्रेडिट लेने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को क्या जरूरत थी कि वह यह कहें कि उन्होंने सीजफायर कराई. भारत अपने फैसले लेने के लिए सक्षम है.
उन्होंने कहा कि ईरान-इजरायल के तनाव के बीच अमेरिका की एंट्री से जिस तरह से दुनियाभर में माहौल बन रहा है, भारत को एक नजीर पेश करनी चाहिए. एक संदेश देना चाहिए कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सरपंच नहीं हैं, दुनिया उनके अनुसार नहीं चलेगी.
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डीकेएम/एकेजे