दरभंगा, 9 जुलाई . बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण के विरोध में Wednesday को विपक्षी दलों ने बंद का आह्वान किया. इस दौरान दरभंगा में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता की गुंडागर्दी सामने आई, जिसने एंबुलेंस को रोककर चालक को धमकी दी.
महागठबंधन के चक्का जाम में दोनार बेनीपुर स्टेट हाईवे 56 पर धोई घाट में राजद नेताओं की गुंडागर्दी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में एंबुलेंस से मरीज को लेने जा रहे परिजन को धमकी दी गई. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि राजद नेताओं ने एंबुलेंस ले जा रहे चालक और लोगों के साथ धक्का-मुक्की की और कहा, “1990 वाली लहर आएगी तो सीधा अंदर कर देंगे, हम लोग बर्दाश्त करेंगे?”
महागठबंधन के बिहार बंद आह्वान का मिला-जुला असर देखने को मिला. राज्य के अलग-अलग इलाकों में महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने वाहनों के परिचालन को रोका. कई जगह ट्रेनों को भी रोक दिया गया तो कुछ जगह हाईवे बंद कर दिए गए.
बिहार में कई दिनों से मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण पर सियासी हंगामा मचा है. विपक्षी दलों का आरोप है कि विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (एसआईआर) के जरिए दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, आदिवासियों और मजदूरों के वोट काटने की साजिश की जा रही है. विपक्षी दल इसे ‘वोट बंदी’ बताते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
इससे पहले तेजस्वी यादव ने बिहार की जनता से विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की थी. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा था, “बिहार बंद और चक्का जाम में शामिल होइए और लोकतंत्र को बचाइए. गरीबों, पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों को वोटर लिस्ट से बाहर करने की चुनाव आयोग और भाजपा की साजिश को हम कामयाब नहीं होने देंगे. आज नहीं जागे तो कल वोट देने का अधिकार भी छीन जाएगा.”
एक ओर जहां महागठबंधन के नेता बिहार बंद के आह्वान को सफल बता रहे हैं, तो दूसरी तरफ एनडीए के नेता इसे खारिज कर रहे हैं.
–
एससीएच/एबीएम