नई दिल्ली, 5 जुलाई . पटना में शुक्रवार देर रात हुए उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या मामले में बिहार की नीतीश कुमार की सरकार इंडी अलायंस के निशाने पर आ गई है. राजद-कांग्रेस लगातार डबल इंजन सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं. विपक्ष की ओर से पूछे जा रहे सवालों पर बिहार के सवर्ण आयोग के अध्यक्ष महाचन्द्र प्रसाद सिंह ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर राजद और कांग्रेस को सवाल पूछने का हक नहीं. बिहार की जनता जानती है कि राजद के कार्यकाल में बिहार की कानून व्यवस्था कैसी थी.
शनिवार को समाचार एजेंसी से बातचीत के दौरान सवर्ण आयोग के अध्यक्ष महाचन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस को इस मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए. यह एक दुखद घटना है और सरकार और प्रशासन अपना काम कर रही है. राजद और कांग्रेस नीतीश सरकार पर सवाल कर रही है. लेकिन, उन्हें याद होना चाहिए कि उनके कार्यकाल में बिहार की क्या स्थिति थी. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को संवारने का काम किया है. मैं मानता हूं उद्योगपति की हत्या बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है. कुछ वर्ष पहले उनके बेटे की भी हत्या हुई थी.
सवर्ण आयोग के अध्यक्ष महाचन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि बिहार में कुछ जिलों में आपराधिक घटनाएं हुई हैं, जो काफी पीड़ादायक है. लेकिन, एक चीज से सभी अच्छी तरह से अवगत हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुशासन के लिए जाने जाते हैं. देशभर में उन्हें सुशासन बाबू के तौर पर जाना जाता है. वह बिहार को विकास के पथ पर ले गए हैं. आज पूरा देश उनके योगदान की सराहना करता है. उन्होंने कहा कि मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि जो भी इस हत्या के पीछे अपराधी हैं. उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.
राजद नेता तेजस्वी यादव ने उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या मामले में नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस जगह उद्योगपति की हत्या की गई. वहां से थाना चंद कदम की दूरी पर था.
तेजस्वी ने बिहार सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हर महीने बिहार में सैकड़ों व्यापारियों की हत्या हो रही है, लेकिन इसे जंगलराज नहीं कह सकते हैं.
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डीकेएम/जीकेटी