नई दिल्ली, 23 मई . केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शुक्रवार को कहा कि ‘राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर्स समिट’ पूर्वोत्तर के लिए विकास की शक्ति के रूप में काम करेगी. इससे पूरे रीजन के विकास को सहारा मिलेगा.
मीडिया से बातचीत करते हुए सोनोवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और मार्गदर्शन से नॉर्थईस्ट के राज्यों को विकास के रास्ते पर चलने के लिए शक्ति मिली है. इस कार्यक्रम का आयोजन होना रीजन के लिए काफी अच्छा है.
उन्होंने आगे कहा कि बीते 11 वर्षों में नॉर्थईस्ट में शांति लाने के लिए पीएम मोदी ने जो कार्य किए हैं, उनका असर आज देखने को मिल रहा है और विकास के रास्ते पर नॉर्थईस्ट तेजी से आगे बढ़ रहा है.
सोनोवाल ने कहा कि रोड, कनेक्टिविटी, इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ कई क्षेत्रों में तेजी से नॉर्थ-ईस्ट आगे बढ़ रहा है.
उन्होंने कलादान मल्टीमॉडल परियोजना पर नया अपडेट देते हुए कहा कि म्यांमार का सित्तवे बंदरगाह ऑपरेशनल हो चुका है और हल्दिया बंदरगाह से भी मूवमेंट जारी है. हालांकि, कुछ सड़क का काम जारी है, जैसे ही यह पूरा हो जाएगा, कलादान परियोजना के जरिए आसानी से नॉर्थईस्ट को कनेक्टिविटी मिलेगी.
मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बीते 11 वर्षों में पीएम मोदी की लीडरशीप में हम नॉर्थईस्ट के विकास को लेकर काम कर रहे हैं. आज हम इस स्थिति में पहुंच गए हैं कि इतने बड़े इवेंट का आयोजन कर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि इस इवेंट में पूरे देश के उद्योगपति आए हैं और हमें उम्मीद है कि इस समिट से नॉर्थईस्ट रीजन में बड़ा बदलाव आएगा.
‘राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर समिट’ का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. इस दौरान उन्होंने नॉर्थ ईस्ट को भारत का डिजिटल गेटवे बताया. नॉर्थ ईस्ट में एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट इकोसिस्टम को लेकर केंद्र सरकार की क्या प्लानिंग है और अब तक उन्होंने कैसे इस पर काम किया है, इसकी जानकारी भी दी.
पीएम मोदी ने कहा, “बीते दशक में 21,000 करोड़ रुपए नॉर्थ ईस्ट के एजुकेशन सिस्टम पर निवेश किए गए हैं. करीब 850 नए स्कूलों का निर्माण किया गया है. 9 नए मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं. मिजोरम में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन का कैंपस बनाया गया है. करीब 200 नए स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट स्थापित किए गए हैं.”
प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर को देश का विविधता से परिपूर्ण हिस्सा बताया. उन्होंने कहा, “भारत, दुनिया के समक्ष सबसे डायवर्स नेशन के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनाता है और नॉर्थईस्ट इस डायवर्स नेशन का डायवर्स हिस्सा है. ट्रेड से ट्रेडिशन तक, टेक्सटाइल से टूरिज्म तक पूर्वोत्तर राज्य की डायवर्सिटी इसकी बहुत बड़ी ताकत है.”
उन्होंने कहा कि देश 2047 तक ‘विकसित भारत’ बनने की राह पर अग्रसर है और इस सपने को पूरा करने के लिए पूर्वी भारत का विकास मायने रखता है.
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एबीएस/