कोलकाता, 3 सितम्बर . कोलकाता की एक विशेष अदालत ने मंगलवार को आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को आठ दिनों की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की हिरासत में भेज दिया. घोष को राज्य द्वारा संचालित कॉलेज में कथित वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
सोमवार शाम सीबीआई ने संदीप घोष को गिरफ्तार किया था.
सीबीआई ने घोष की 10 दिन की रिमांड इस आधार पर मांगी थी कि वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए उनसे और पूछताछ की आवश्यकता है, लेकिन अदालत ने सीबीआई को आठ दिन की मंजूरी दी.
सीबीआई के वकील ने अदालत को बताया कि चिकित्सा संस्थान में एक बड़ा रैकेट चल रहा था और घोष इसका एक महत्वपूर्ण घटक था. इसलिए इसमें शामिल अन्य लोगों तक पहुंचने के लिए उनसे लंबी पूछताछ की आवश्यकता है.
मंगलवार को जब घोष को केंद्रीय एजेंसी के निज़ाम पैलेस दफ़्तर से विशेष अदालत ले जाया जा रहा था, तो बाहर भारी भीड़ जमा हो गई और “चोर, चोर” चिल्लाने लगी. एजेंसी के अधिकारियों को उन्हें बाहर निकालने और गाड़ी में बैठाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी.
अदालत में पेश होने से पहले जरूरी मेडिकल जांच सोमवार देर रात को ही निजाम पैलेस परिसर में पूरी कर ली गई थी, जिसके लिए केंद्रीय अस्पताल से डॉक्टरों की एक टीम सीबीआई कार्यालय पहुंची थी.
सूत्रों ने बताया कि घोष के खिलाफ लोगों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए सीबीआई अधिकारियों ने उन्हें अस्पताल ले जाने का जोखिम नहीं उठाया.
घोष के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के मामले के साथ-साथ पिछले महीने अस्पताल परिसर में आर.जी. कर कॉलेज की एक जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर के साथ हुई बलात्कार और हत्या के मामले में भी जांच चल रही है. केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी इन दोनों मामलों में एक साथ जांच कर रहे हैं, जो अदालत द्वारा निर्देशित और अदालत की निगरानी में हैं.
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एससीएच/एकेजे