किश्तवाड़, 26 जून . किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा (जेकेएएस) ने जिले में बाढ़ की तैयारियों और आपदा प्रबंधन की रणनीति की समीक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए जिले की तैयारियों को मजबूत करने पर विशेष जोर दिया गया. उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों को त्वरित और समन्वित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए.
बैठक में उपायुक्त ने जल शक्ति, लोक निर्माण विभाग (आरएंडबी), पीडीडी, पीएमजीएसवाई, मैकेनिकल और अन्य निष्पादन एजेंसियों को तत्काल प्रभाव से एक समर्पित नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का आदेश दिया.
उन्होंने कहा कि यह नियंत्रण कक्ष आपदा के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया और समन्वय का केंद्र होगा. इसके साथ ही, उन्होंने आपातकालीन संपर्क नंबरों को व्यापक रूप से प्रचारित करने पर बल दिया. उन्होंने निर्देश दिए कि इन नंबरों को सोशल मीडिया सहित सभी उपलब्ध प्लेटफार्मों पर साझा किया जाए ताकि जनता को समय पर सूचना और सहायता मिल सके.
उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों को किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए अपनी जनशक्ति और मशीनरी को पूरी तरह से तैयार रखने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि बाढ़ जैसी आपदाओं में त्वरित कार्रवाई जीवन और संपत्ति की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है. इसके लिए विभागों को अपनी संसाधन सूची आपात स्थिति में तैनाती के लिए तैयार रखने को कहा गया.
बैठक में एकीकृत और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए सभी विभागों और जिला आपदा प्रबंधन टीम के बीच निर्बाध समन्वय पर भी चर्चा हुई. उपायुक्त ने जोर देकर कहा कि सभी विभागों को एकजुट होकर कार्य करना होगा ताकि आपदा के दौरान कोई देरी या भ्रम की स्थिति उत्पन्न न हो. उन्होंने जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को भी निर्देश दिए कि वह अपनी योजनाओं को समय-समय पर समीक्षा करें और कमियों को दूर करें.
बैठक में जल शक्ति विभाग के पूर्व अभियंता, पीएमजीएसवाई के सहायक कार्यकारी अभियंता (एईई), मैकेनिकल विभाग के एईई, बिजली परियोजना के प्रतिनिधि, एसडीआरएफ टीम और तहसीलदार शामिल हुए. ये सभी अपने-अपने मुख्यालयों से ऑनलाइन माध्यम से बैठक में शामिल हुए. इस दौरान विभिन्न विभागों ने अपनी तैयारियों और संसाधनों की स्थिति पर विस्तृत जानकारी साझा की.
उपायुक्त ने बैठक के अंत में सभी विभागों से अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेने और जिले में बाढ़ से निपटने के लिए पूर्ण तैयारियों को सुनिश्चित करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयासों से ही किश्तवाड़ को किसी भी आपदा के लिए पूरी तरह तैयार किया जा सकता है.
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एकेएस/पीएसके