उत्तर प्रदेश में मौसम का बदला मिजाज: कई जिलों में बारिश, ओलावृष्टि और वज्रपात का अलर्ट जारी

नई दिल्ली, 16 जून . उत्तर भारत में मानसून ने दस्तक दे दी है और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में इसका असर दिखाई देने लगा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 16 जून से 22 जून तक के लिए विस्तृत पूर्वानुमान जारी किया है, जिसमें लगातार बारिश, तेज हवाओं और वज्रपात की चेतावनी दी गई है. खासकर सोमवार, 16 जून को मौसम का रुख काफी बदला हुआ रहने वाला है.

मौसम विभाग के मुताबिक, आज 16 जून के समय गरज-चमक के साथ तेज बारिश, आकाशीय बिजली कड़कने और 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की आशंका जताई गई है. तापमान अधिकतम 36 डिग्री और न्यूनतम 20 डिग्री के बीच रहेगा, जबकि नमी का स्तर 85 प्रतिशत तक पहुंच सकता है.

विभाग ने सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद और रामपुर में वज्रपात (आकाशीय बिजली) की चेतावनी जारी की है. इसके अलावा सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर और बिजनौर में ओलावृष्टि की संभावना है. गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़ और बुलन्दशहर में भी बिजली गिरने की आशंका जताई गई है. लोगों को सलाह दी गई है कि वे पेड़ के नीचे खड़े न हों और बिजली उपकरणों से दूरी बनाए रखें.

मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों के मौसम में कई बदलाव देखने को मिलेंगे. जिनमें 17-19 जून: आसमान सामान्य रूप से बादलों से ढका रहेगा और रात में हल्की से मध्यम बारिश, वज्रपात और 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं. 20 जून को बारिश का सिलसिला जारी रहेगा, लेकिन हवा की रफ्तार कुछ कम होकर 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा रहने का अनुमान है. वहीं 21-22 जून आंशिक राहत की उम्मीद, लेकिन गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना बनी रहेगी.

तापमान फिर से 38 डिग्री तक पहुंच सकता है, जिससे उमस बढ़ेगी. मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि खेतों में काम कर रहे किसान बारिश और बिजली चमकने पर तुरंत खुले मैदानों से सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं. बच्चों और बुजुर्गों को बेवजह बाहर निकलने से परहेज करने की सलाह दी गई है. बिजली गिरने के खतरे को देखते हुए खुले स्थानों में मोबाइल फोन या धातु की चीजों का इस्तेमाल न करें. आईएमडी की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें अलर्ट मोड पर हैं. नागरिकों से अपील की गई है कि वे मौसम विभाग की सलाह पर अमल करें और सुरक्षित रहें.

पीकेटी/केआर