रोजगार मुहैया कराने में तेलंगाना देश के लिए बना एक मॉडल: रेवंत रेड्डी

हैदराबाद, 5 जनवरी . तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने रविवार को दावा किया कि रोजगार मुहैया कराने में राज्य देश के लिए एक मॉडल बन गया है.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने पहले साल में विभिन्न सरकारी विभागों में 55,143 पद भरे. उन्होंने इसे देश में अभूतपूर्व बताया.

मुख्यमंत्री रेड्डी राजीव गांधी सिविल्स अभयहस्तम योजना के तहत सिविल सेवा उम्मीदवारों को चेक वितरित करने के बाद बोल रहे थे.

सिविल्स मेन्स परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों में से 20 उम्मीदवारों को 1-1 लाख रुपये का चेक मिला है.

रेवंत रेड्डी ने कहा कि युवाओं की आकांक्षाओं, खासकर नौकरियों की आकांक्षा को पूरा करने के लिए तेलंगाना को राज्य का दर्जा मिला था.

उन्होंने दावा किया कि तेलंगाना राज्य के गठन के बावजूद पिछले 10 सालों में नौकरियों की कमी के कारण बेरोजगारों को काफी संघर्ष करना पड़ा. सरकार ने सभी बाधाओं और साजिशों को पार करते हुए 563 पदों को भरने के लिए ग्रुप 1 की परीक्षा आयोजित की. ग्रुप 1 पदों के लिए भर्ती 31 मार्च तक पूरी हो जाएगी.

उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने कठिन परिस्थिति में सत्ता संभाली. मेरी सरकार का मुख्य उद्देश्य तेलंगाना राज्य से सिविल सेवा परीक्षाओं में अधिक संख्या में उम्मीदवारों का चयन है.”

उन्होंने उल्लेख किया कि बिहार जैसे पिछड़े राज्य के अधिक छात्र देश में सिविल सेवाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उस राज्य में दिए गए विशेष ध्यान के कारण, अधिक उम्मीदवार आईएएस और आईपीएस अधिकारी बन रहे हैं.

बिहार से प्रेरणा लेते हुए तेलंगाना सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए राजीव सिविल्स अभयहस्तम के माध्यम से 1 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दे रही है कि तेलंगाना के सिविल्स उम्मीदवार बड़ी संख्या में सफल हों. उम्मीदवारों को दिये गए वित्तीय मदद को सरकार की ओर से प्रोत्साहन के रूप में लेना चाहिए.

उन्होंने उम्मीदवारों से कहा कि जो लोग प्रतिबद्धता के साथ कड़ी मेहनत करते हैं, उन्हें निश्चित रूप से पुरस्कार मिलता है. उन्होंने आशा व्यक्त की कि योजना के तहत प्रोत्साहन पाने वाले सभी उम्मीदवार साक्षात्कार में शामिल होंगे और सिविल सेवाओं में चयनित होंगे. सरकार सिविल सेवा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को हर तरह से प्रोत्साहित करने के लिए तैयार है.

उन्होंने कहा, “हम उस स्तर तक पहुंचने की इच्छा रखते हैं, जहां हम गर्व से कह सकें कि देश में सिविल सेवा के लिए चुने गए उम्मीदवारों की सबसे अधिक संख्या तेलंगाना से है.”

एकेएस